समाज मे फैली बुराईयों के खिलाफ रैली 

कानपुर , गरीबो के दाता गरीब नवाज़ (रह०अलै०) के सालाना उर्स के मौके पर मोहम्मदी यूथ ग्रुप के कार्यक्रमों की कड़ी मे बेकनगंज शफी होटल के पास से समाज मे फैली बुराईयों व मुल्क से मोहब्बत, शहर मे अमनो अमान को लेकर रैली निकालकर समाज को पैगाम दिया।

जुमा की नमाज़ के बाद मोहम्मदी यूथ ग्रुप के मेम्बर शफी होटल बेकनगंज के पास जमा हुए समाज मे फैली बुराईयों के खिलाफ आवाम को जागरुक करने के लिए रैली के रुप मे शफी होटल बेकनगंज से आगे बड़े। मोहम्मदी यूथ ग्रुप के मेम्बर हाथों मे तख्तियां लिए थे जिसमें बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओं, अपने शहर को साफ रखों, हिन्दुस्तान जिंदाबाद, नशा शराब से दूर रहे, हर बुराई का हल अल्लाह का घर, आओ नमाज़ पढ़े, फैज़ान ए गरीब नवाज़ जिंदाबाद, पड़ोसी का हक अदा करें, यतीमों की मदद करें, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे सब भाई-भाई, गणेश-मोहानी की नगरी में अमन के दुशमनों के मंसूबे कामयाब नही होगे, मुल्क से मोहब्बत करो, बेटी-बेटो मे फर्क करना बंद करो, ख्वाजा के इंसानियत मोहब्बत के पैगाम को आम करो आदि स्लोगन लिखा था।रैली मे ग्रुप के मेम्बर नारे लगाते चल रहे थे बेटी पढ़ाओं बेटी बचाओं, बेटा बेटो मे फर्क मत करो, अपने मुल्क से मोहब्बत करो, नशा शराब से दूर रहो, अपने शहर को साफ रखो, इल्म व पानी की एहमियत को समझो, हिंदू-मुस्लिम एकता जिंदाबाद, हिंदुस्तान जिंदाबाद, ख्वाजा के मोहब्बत-इंसानियत के पैगाम को आम करो आदि नारे लगा रहे थे।ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि बेटी व बेटो मे फर्क करने वाला न तो दुनियां और न ही आख़िरत मे कामयाब हो सकता है बेटियों को इल्म दिलाना ज़रुरी है एक बेटी के इल्म से न सिर्फ़ घर का मुस्तकबिल बनता है साथ ही मुल्क की तरक्की मे भी वो अहम किरदार अदा करती है।

पैगम्बर ए इस्लाम की शिक्षा को भारत मे फैलाने का काम ख्वाजा गरीब नवाज़ ने किया पैगम्बर ए इस्लाम ने उस दौर मे महिलाओं और बेटियो को इज़्ज़त देना सिखाया, हिंदुस्तान मे गरीब नवाज़ ने यह संदेश दिया, अपने मुल्क से मोहब्बत व इंसानियत के कामो मे आगे बढ़कर हिस्सा लेना, गरीब नवाज़ ने इंसानियत मोहब्बत का ऐसा पैगाम दिया कि 900 साल बाद भी उनके दरबार मे वह आद्भुत नज़ारा देखा जा सकता है। यतीमों का सहारा बनना, भूखों को खाना खिलाना, पड़ोसी की मदद करना, अपने घर -शहर व मुल्क को साफ रखने की ज़िम्मेदारी हम सबकी है। यह संदेश पूरे मुल्क सूबे व शहर मे आम करना है।जागरुक रैली मे इखलाक अहमद डेविड, मुरसलीन खाँ भोलू, सैय्यद शादाब अली, तहसीन अंसारी, आरिफ खान, इस्लाम चिश्ती, नूर आलम, बब्लू खान, अफज़ाल अहमद, रिज़वान मंसूरी, शहनवाज सिद्दीकी, अजीज़ अहमद, डा नसीम अहमद, शादाब सिद्दीकी, परवेज़ आलम, शमशुद्दीन खान, एहसान सिद्दीकी, राहत उल्लाह, हाजी निसार खाँ, अलीम अंकल, हाजी महबूब आलम, हाजी वसीम अहमद  अब्दुल रहमान आदि लोग मौजूद थे।