-एक मार्च से शुरू हो रहा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान
-आशा आंगनबाडी कार्यकर्ता दस्तक देकर करेंगी जागरूक
फतेहपुर। इस साल का पहला विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान एक मार्च से शुरू हो रहा है। दस्तक अभियान में आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ता मुख्य भूमिका निभाएंगी। ये घरों के अंदर जाकर यहां का जायजा लेंगी और लोगों को संचारी रोगों के लक्षण रोकथाम और उपचार की जानकारी देंगी। जिस क्षेत्र में जो बीमारी होगी उसी के बारे में दस्तक देकर जागरूक किया जाएगा। जनपद में मुख्य बीमारी डेंगू और मलेरिया है।
जिला मलेरिया अधिकारी आनंद कुमार ने बताया कि इस संबंध में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य का निर्देश पत्र प्राप्त हो चुका है। जनपद में उसी के अनुरूप कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा जागरूकता और समाज में व्यवहार परिवर्तन इस अभियान का मुख्य उददेश्य है। इसमे आशा और आंगनबाडी कार्यकर्ता मुख्य भूमिका निभाएंगी। डेंगू और मलेरिया की बीमारी फैलने से रोकने के लिए दस्तक अभियान में आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ता घरों के अंदर जाकर देखेंगी कि कहीं वहां मच्छर पनपने की परिस्थितियां तो नहीं हैं। कहीं घरों में अनुपयोगी खाली पात्र तो नहीं पडे हैं जिनमें पानी इकठठा हो रहा है। पानी की टंकी में तो मच्छर पनप नहीं रहे। यदि ऐसी स्थिति मिलेगी तो वह उसे दुरूस्त कराएंगी। इसके अलावा वह डेंगू मलेरिया रोगों के प्रति लोगों को जागरूक करेगी। लोगों को रोगों के लक्षण रोकथाम और उपचार से संबंधित जानकारी देगी। बताया कि अभियान 31 मार्च तक चलेगा।
स्लाइड बनाएंगी आशाएं
घर घर निरीक्षण के दौरान यदि कोई बुखार का रोगी मिलता है तो आशा कार्यकर्ता उसकी रक्त स्लाइड बनाएंगी और रोग की जांच कराएंगी। जांच पाजिटिव पाये जाने पर उसको उचित उपचार की सलाह देंगी। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि स्लाइड बनाने का प्रशिक्षण आशा कार्यकर्ता को दिया जा चुका है। जरूरत पडने पर दोबारा भी दिया जा सकता है।
अभियान में करेंगे सहयोेग
संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफल बनाने के लिए क्षेत्रीय कार्यकर्ता जैसे आशा, आंगनबाडी एएनएम स्कूल के शिक्षक, शिक्षिकाएं, प्रधानाचार्यों का सहयोग लिया जाएगा। इसके अलावा नगर विकास, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा, कृषि एवं सिंचाई व सूचना विभाग सहयोग देंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अभियान का नोडल विभाग रहेंगा।