भव्य व ऐतिहासिक होगा जयचंद्र स्मृति समारोह

- उड़ीसा के पूर्व डीजीपी अरुण कुमार उपाध्याय होंगे मुख्य वक्ता।


- महाशिवरात्रि पर होगा जयचंद्र के किले के पास आयोजन।



कन्नौज। कार्यक्रम संयोजक नबाव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि कन्नौज के अंतिम प्रतापी सम्राट जयचन्द के विषय में कुछ कथित इतिहासकारों और लोक गायकों की वजह से देश के आमजन मानस में गलत धारणा फैली हुई है। इस गलत धारणा को ही सुधारने के उद्देश्य से हम लोग कन्नौज से सुधीजनों के सहयोग से प्रतिबर्ष महाराजा जयचन्द स्मृति समारोह आयोजित करते हैं। समारोह के माध्यम से हम अपने महाराजा और अपनी जन्मभूमि के प्रति कृतग्यता का निर्वहन करते हैं।


रविवार को नसिरापुर स्थित पीएसएम पीजी कालेज के पूर्व प्रधानाध्यापक सुशील राकेश शर्मा के आवास पर बुद्धिजीवियों की बैठक में कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि यह कार्यक्रम कन्नौज की आम जनता का है। जिसमें सभी लोंगों को हिस्सा लेना चाहिए। कन्नौज के अंतिम सम्राट जय चन्द वैसे कतई नहीं थे। जैसी कि आम लोगों में धारणा बन गई है। बैठक के दौरान समाजसेवी दिनेश दुबे ने बताया कि इस बार के कार्यक्रम में भाग लेने के उड़ीसा के भुवनेश्वर से आने वाले मुख्य वक्ता महामहोपाध्याय अरुण उपाध्याय मुख्य वक्ता होगे। उड़ीसा के पुलिस महानिदेशक रहे उपाध्याय 20 फरवरी गुरुवार को सुबह 5 बजे दूरंतों एक्सप्रेस से कानपुर सेंट्रल स्टेशन आयेंगे। कानपुर से निजी संसाधन के जरिये गुरुवार दोपहर तक कन्नौज पहुंचेंगे। सोनभद्र जिले के देवगढ़ निवासी युवा इतिहासकार जितेंद्र सिंह संजय ने अहम भूमिका निभाई है। जो महाराजा जयचंद्र स्मृति समारोह के लिए गौरव की बात है। बैठक में प्रधानाध्यापक रामनाथ मिश्र ने कार्यक्रम की स्मारिका प्रकाशित करवाने का प्रस्ताव रखा। जो अगले वर्ष के कार्यक्रम से पूर्व प्रकाशित हो जायेगी। जिसका विमोचन भी कार्यकम के दौरान कराया जायेगा। बैठक साहित्यकार प्रोफेसर सुशील राकेश शर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस दौरान वरिष्ठ कवि डॉक्टर अनिल तिवारी, शुलभ अग्निहोत्री, सहायक प्राध्यापक उमेश चन्द्र द्विवेदी सहित आदि मौजूद रहे।