कानपुर, प्राइवेट कंपनी में अधिकारी पद पर कार्यरत लाजपत नगर निवासी राकेश श्रीवास्तव एवं उनकी धर्मपत्नी रिटायर्ड स्कूल टीचर का कहना है कि मनुष्य की सेवा करके मन को शांति मिलती है! नेहरू नगर अंध विद्यालय में क्रिसमस के अवसर पर नेत्रहीन बच्चों के साथ केक काटकर क्रिसमस पार्टी एवं भोजन का आयोजन किया!शहर में ऐसे तो बहुत समाज सेवा संस्थाएं हैं जो आए दिन गरीब असहाय लोगों की मदद करते हैं लेकिन राकेश श्रीवास्तव के परिवार का कहना है कि कर्म कर फल की अपेक्षा मत करो जिंदगी देने वाला भगवान है जिसने इंसान के सभी शरीर पूरा बनाया यदि कोई मनुष्य शरीर से अधूरा है तो यह हमारा कर्तव्य है कि हम उसी मदद करें प्राइवेट कंपनी के कार्यों को करने के बाद बाकी का समय लोगों की मदद करने में काम आता है पत्नी प्रेम किरण श्रीवास्तव ने बताया कि एक बच्ची ईश्वर ने मुझे दी है जो इस वक्त दमाद के साथ अमेरिका में एमएस की तैयारी कर रही दमाद धीरू अमेरिका में प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है! आज भी समाज में इंसानियत जिंदा है जिनको प्रचार एवं प्रसार की आवश्यकता नहीं है केवल वह इच्छा अनुसार गरीबों, मजदूर अनाथ, नेत्रहीन लोगों की मदद करते हैं! नेहरू नगर अंध विद्यालय के प्रधानाचार्य इंदरजीत सिंह ने बताया कि कई वर्षों से राकेश श्रीवास्तव पत्नी के साथ दान किया करते हैं त्योहारों किसी समाज का हो लेकिन बच्चों के साथ खूब मनाते हैं!
मनुष्य की सेवा करके मन को मिलती है शांति