कानपुर को हिंसा की आग में झोंकने वाले बवालियों के लगे पोस्टर, तलाश जारी


उपद्रवियों की जानकारी व पकड़वाने वाले को मिलेगा नकद पुरस्कार



कानपुर । नागरिकता संशोधन एक्ट (सीएए) के विरोध में कानपुर को हिंसा की आग में झोंकने वाले उपद्रवियों की पहचान पुलिस व प्रशासन ने कर ली है। शहर में हिंसा भड़काने वाले बवालियों की पहचान के बाद प्रशासन ने उनके पोस्टरों को शहर के विभिन्न स्थानों पर चस्पा करते हुए उनकी तलाश तेज कर दी है। इसके साथ ही उपद्रवियों के बारे में जानकारी देने वाले व पकड़वाने में मद्द करने वालों को नकद पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की जा रही है।
बीते शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जनपद में सीएए के विरोध में सड़कों पर उतरी भीड़ ने हिंसा का रुप ले लिया। भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने प्रदर्शन की आड़ में पहले तो बाबूपुरवा और फिर अगले दिन शनिवार को यतीमखाना में हिंसक प्रदर्शन किया। उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव व फायरिंग की। सरकारी व प्राइवेट वाहनों को आग के हवाले करते हुए माहौल जनपद में अमन-चैन के साथ शांति व्यवस्था बिगाड़ी। इन सब के बावजूद पुलिस व प्रशासन ने स्थिति को संभालने के साथ ही भीड़ में शामिल होकर हिंसा भड़काने व उपद्रव करने वाले बवालियों पर कड़ी निगाह रखे हुए थी। इन सभी के वीडियो फुटेज के साथ उनकी फोटो से पहचान भी की जा रही थी। इसके अलावा स्मार्ट सिटी के कैमरों ने भी उपद्रवी तत्वों की पहचान कराने में बड़ी भूमिका निभाई और मंगलवार को हिंसा में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर जारी करते हुए उन्हें विभिन्न जगहों पर चस्पा कराते हुए उनकी तलाश तेज कर दी है। पुलिस के पोस्टर चस्पा करने के बाद सम्बंधित क्षेत्रों में हड़कम्प की स्थिति है और अब उपद्रवी सुरक्षित ठिकानों की तलाश में शहर छोड़ने को मजबूर हैं।
तीन दिन चलें बवाल की निकाली गई फुटेज
जानकारी के मुताबिक बीते शुक्रवार को 20 से 22 दिसम्बर तक हुए बवाल की पूरी रिकॉर्डिंग स्मार्ट सिटी के तहत लगाए गए इन सीसीटीवी कैमरें में कैद हो गई। नगर निगम स्थित कॉमन कमांड सेंटर में बने कंट्रोल रूम से यतीमखाना, परेड, बेगमपुरवा, जाजमऊ, बाबूपुरवा समेत आसपास क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गए। इसके बाद एक-एक उपद्रवी की फोटो को निकाला गया और इनकी पहचान कराई गई। इन पोस्टरों पर पुलिस ने मोबाइल नम्बर भी लिखे हैं। इसमें उनकी जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखने के साथ सूचना देने वाले को पुरस्कृत दिए जाने की बात कही गई है।
स्मार्ट कैमरे में बने अहम सबूत
जिले में स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे पुलिस के लिए सबसे बड़ा सबूत बन गए हैं। बताया जा रहा है कि इन कैमरों की फुटेज को एक्सपर्ट की देखरेख में खंगाला गया। जिसके बाद उपद्रवियों की पहचान की गई। इस काम में जिला सूचना विभाग ने भी अहम भूमिका निभाई और अपने सोर्स से भी उपद्रवियों की फोटो जुटाने में प्रशासन की मद्द की। जिसके बाद उपद्रवियों के पोस्टर तैयार कराए और उन्हें लगाया गया है।