-अस्पतालों व क्लीनिकों में कार्रवाई से मचा स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े झोलाछापों में हड़कम्प
कानपुर । भाजपा नेताओं की मेहनत का रंग उस वक्त देखने को मिला जब तहसील स्तर पर चल रहें झोलाछाप डाक्टरों के क्लीनिक समेत कुछ प्राइवेट अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई की गयी। जिसके लिए मौके पर पहुंचे सीएमओ अशोक शुक्ला व उनकी टीम द्वारा औचक छापेमारी की गयी तो बड़ा खुलासा हुआ जिसके तहत फर्जी तरीके से चल रहे एक निजी अस्पताल को सीज करने का काम किया गया तो वहीं दूसरी तरफ झोलाछाप डाक्टरों की क्लिनिक पर ताला लगा दिया गया।
आपको बतातें चलें कि वर्तमान में चल रहीं जानलेवा बिमारी को देखते हुए भी मरीज की मौत हो जाने की समीक्षा करते हुए घाटमपुर तहसील स्तर पर कार्य करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ मंत्री जय प्रताप सिंह से झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ शिकायत की थी जिसके उपरान्त दिए गए जांच और आदेश का पालन करतें हुए इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
जिसको गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए सीएमओ कानपुर अशोक शुक्ला ने सीएचसी घाटमपुर का अचौक निरीक्षण किया वहीं सीएचसी में खामिया व कर्मचारियों की अनुपस्थित मिलने पर सीएमओ ने फटकार लगाते हुए कर्मचारियों का वेतन काटने के आदेश दे दिए।
इसी दौरान सीएमओ का काफिला घाटमपुर में चल रहे कई क्लिनिकों की तरफ बढ़ गया जहां पहुंचने के बाद दो क्लीनिको लाइसेंस रिन्यूवल न होने के कारण उनको नोटिस जारी किया गया वहीं घाटमपुर के पुराना अस्पताल रोड पर बने रहीस क्लीनिक में लाइसेंस न होने पर मुकदमा दर्ज कराकर उसे सीज कर दिया गया। आखिर में सीएमओ ने घाटमपुर सीएचसी अधीक्षक को निर्देशित करते हुए बाहर से दवा न लिखने के लिए भी आदेशित किया। साथ ही कहा कि अगर सीएचसी में दवा नहीं है तो उसके बारे में उनको अवगत कराया जाए।
आपको बतातें चलें कि वर्तमान में चल रहीं जानलेवा बिमारी को देखते हुए भी मरीज की मौत हो जाने की समीक्षा करते हुए घाटमपुर तहसील स्तर पर कार्य करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ मंत्री जय प्रताप सिंह से झोलाछाप डाक्टरों के खिलाफ शिकायत की थी जिसके उपरान्त दिए गए जांच और आदेश का पालन करतें हुए इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया।
जिसको गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए सीएमओ कानपुर अशोक शुक्ला ने सीएचसी घाटमपुर का अचौक निरीक्षण किया वहीं सीएचसी में खामिया व कर्मचारियों की अनुपस्थित मिलने पर सीएमओ ने फटकार लगाते हुए कर्मचारियों का वेतन काटने के आदेश दे दिए।
इसी दौरान सीएमओ का काफिला घाटमपुर में चल रहे कई क्लिनिकों की तरफ बढ़ गया जहां पहुंचने के बाद दो क्लीनिको लाइसेंस रिन्यूवल न होने के कारण उनको नोटिस जारी किया गया वहीं घाटमपुर के पुराना अस्पताल रोड पर बने रहीस क्लीनिक में लाइसेंस न होने पर मुकदमा दर्ज कराकर उसे सीज कर दिया गया। आखिर में सीएमओ ने घाटमपुर सीएचसी अधीक्षक को निर्देशित करते हुए बाहर से दवा न लिखने के लिए भी आदेशित किया। साथ ही कहा कि अगर सीएचसी में दवा नहीं है तो उसके बारे में उनको अवगत कराया जाए।