हिन्दुस्तान में पैदा होना ही भारतीय होने का सबूत - ए डी एम
 

उन्नाव 18 दिसंबर। बांगरमऊ कोतवाली परिसर में आयोजित नगर एवं क्षेत्र के संभ्रांत नागरिकों की बैठक में ए डी एम राकेश सिन्हा ने कहां कि सीएबी बिल से अल्पसंख्यकों को घबराने की जरूरत नहीं है। हिंदुस्तान में पैदा होना ही भारतीय नागरिक होने का सबसे बड़ा सबूत है।

एडीएम श्री सिन्हा ने बैठक में उपस्थित नागरिकों को समझाया कि इस बिल में कोई ऐसा विरोधी बिंदु नहीं है। जिसकी खिलाफत की जाए। बिल में बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के जो भी प्रताड़ित अल्पसंख्यक हैं ,उन्हें नागरिकता देने का कानून  है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि नागरिकता देने के भी कुल 17 आधार हैं। इनमें प्रमुख रूप से धार्मिक आधार पर  उत्पीड़न ही है। उन्होंने कहा कि संविधान में अभिव्यक्ति की आजादी प्रत्येक नागरिक का मूल अधिकार है। लेकिन इस अधिकार को धरना और प्रदर्शन से हासिल करने की कोशिश उचित नहीं है। बल्कि इसे हासिल करने का उचित माध्यम मताधिकार है। उन्होंने उपस्थित नागरिकों को समझाया कि सोशल मीडिया की अफवाहों पर ध्यान न दें और सभी लोग सोशल मीडिया का प्रयोग सामाजिक सौहार्द कायम करने के लिए करें।

पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर सिंह ने उपस्थित संभ्रांत नागरिकों को सुझाव दिया कि सर्वप्रथम सीएबी का अध्ययन करें और यदि समझ में ना आये  तो किसी वकील से पढ़ा कर बिल के सभी बिंदु समझ ले। उन्होंने दावा किया कि बिल में ऐसा कोई बिंदु नहीं है, जो भारत में रह रहे अल्पसंख्यकों के विरुद्ध हो। पुलिस अधीक्षक श्री सिंह ने बताया कि धारा 144 लागू रहने तक कोई भी प्रदर्शन अथवा धरना ना हो। क्योंकि भीड़ में कुछ अराजक तत्व भी शामिल होकर तोड़फोड़ जैसा अवैधानिक कार्य करने लगते हैं। तब प्रशासन को मजबूर होकर बल प्रयोग करना पड़ता है।

चेयरमैन इजहार खा गुड्डू ने उपस्थित नागरिकों को आगाह किया कि अफवाहों से बचें और नगर एवं क्षेत्र में गंगा- जमुनी तहजीब को बरकरार रखें। पूर्व विधायक बदलू खान ने कहा कि सभी नागरिक प्रशासन का सहयोग करें। माहौल को कतई खराब न होने दें और चैनो- अमन बनाए रखें।  बैठक में उपस्थित कई सदस्यों  ने यह भी  कहा कि सोशल मीडिया से फैलने वाली  अफवाहो से कम    देश के सबसे बड़े जिम्मेदार गृहमंत्री के बयानों से  अल्पसंख्यक असमंज में हैं  और उनमें बिल के विरुद्ध आक्रोश भी है। सदस्यों के अनुसार यदि मीडिया में नेताओं की बेजा बयान बाजी ना हो तो न तो माहौल बिगड़ेगा और ना ही अल्पसंख्यकों में भय पनपेगा। इस पर बैठक में उपस्थित सभी संभ्रांत नागरिकों ने कहा कि किसी  भी नेता की बयानबाजी पर कतई ध्यान न दें। बल्कि नागरिकता संशोधन बिल का गहराई से अध्ययन कर तथा  समाज में सभी वर्ग प्रेम और सद्भाव से जीवन यापन करें । बैठक में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष श्रीकांत कटियार, याकूब अली सिद्दीकी, रहमतुल्लाह, वाहिद, तुफैल अहमद, शहनूर खा, अनीस खा,  अरशद, सलमान अहमद,आनन्द सिंह अर्कवंशी , सिराज अंसारी, शानू अंसारी, इमरान, हफीज, आफाक,  मंगल यादव सभासद , सरताज अहमद अंसारी, डॉक्टर जाकिर, कुसुमेश शर्मा, रवि दीक्षित, विमल शुक्ला,  हाफिज इस्लामुद्दीन, अनवर कुरेशी व   के अलावा नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी मीनू सिंह, अवर अभियंता प्रियंका पटेल, लिपिक रविंद्र सिंह, शिवलाल बाबू तथा तमाम पुलिसकर्मी मौजूद रहे।