कानपुर । चौबेपुर थानाक्षेत्र में बहन के घर रहने आई गैंगरेप की पीड़ित युवती ने न्याय न मिलने पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गैंगरेप पीड़िता के बदनामी के डर से आत्महत्या की जानकारी पर कानपुर देहात पुलिस ने आनन-फानन दो आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए कार्रवाई का दावा किया। इधर चौबेपुर पुलिस ने मृतक युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराते हुए कार्रवाई की।
कानपुर देहात के रुरा थानाक्षेत्र निवासी नरेश (परिवर्तित नाम) की 16 वर्षीय बेटी के साथ बीते माह 11 नवम्बर की शाम को गांव के ही तीन युवकों द्वारा बंधक बनाकर लिया गया था। आरोप है कि तीनों ने एक घर में बंधक बनाकर गैंगरेप किया। मामले की जानकारी पर परिजनों ने थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने अगवा का मुकदमा ही लिखा। गैंगरेप का मुकदमा न लिखने और गिरफ्तारी न करने के चलते आरोपियों द्वारा लगातार युवती के परिजनों को धमकी दी जाती रही। दो दिन पूर्व पीड़ित युवती को परिजनों ने बदनामी के चलते कानपुर नगर के चौबेपुर थानाक्षेत्र में रहने वाली चचेरी बहन के ससुराल रहने के लिए भेज दिया। जहां देर शुक्रवार की रात आत्मग्लानि के कारण गैंगरेप पीड़ित युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गैंगरेप पीड़िता के फांसी लगाए जाने की जानकारी पर रुरा थाना पुलिस के होश उड़ गए और उन्होंने आनन-फानन तीन आरोपियों में दो को गिरफ्तार कर लिया।
इधर मामले की जानकारी पर चौबेपुर थाना पुलिस ने युवती का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार को पुलिस ने जल्द पोस्टमार्टम कराया। जहां परिजनों ने हंगामा काटते हुए रुरा थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का कहना है रुरा थाना पुलिस ने छह दिन तक मेडिकल की बात कहते हुए पीड़ित बेटी को थाने में रखा। इसके साथ ही उन्होंने थाना प्रभारी मो0 अब्बास, चौकी इंचार्ज सहित कई पुलिस कर्मियों के निलम्बन की मांग की। यहां पोस्टमार्टम के बाद किसी तरह से स्थानीय पुलिस ने शव को रवाना किया। उधर कानपुर देहात में पीड़ित के घर एसडीएम अकबरपुर आनन्द कुमार सिंह व एसपी अर्पित कपूर, क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपों की जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
कानपुर देहात के रुरा थानाक्षेत्र निवासी नरेश (परिवर्तित नाम) की 16 वर्षीय बेटी के साथ बीते माह 11 नवम्बर की शाम को गांव के ही तीन युवकों द्वारा बंधक बनाकर लिया गया था। आरोप है कि तीनों ने एक घर में बंधक बनाकर गैंगरेप किया। मामले की जानकारी पर परिजनों ने थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस ने अगवा का मुकदमा ही लिखा। गैंगरेप का मुकदमा न लिखने और गिरफ्तारी न करने के चलते आरोपियों द्वारा लगातार युवती के परिजनों को धमकी दी जाती रही। दो दिन पूर्व पीड़ित युवती को परिजनों ने बदनामी के चलते कानपुर नगर के चौबेपुर थानाक्षेत्र में रहने वाली चचेरी बहन के ससुराल रहने के लिए भेज दिया। जहां देर शुक्रवार की रात आत्मग्लानि के कारण गैंगरेप पीड़ित युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गैंगरेप पीड़िता के फांसी लगाए जाने की जानकारी पर रुरा थाना पुलिस के होश उड़ गए और उन्होंने आनन-फानन तीन आरोपियों में दो को गिरफ्तार कर लिया।
इधर मामले की जानकारी पर चौबेपुर थाना पुलिस ने युवती का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार को पुलिस ने जल्द पोस्टमार्टम कराया। जहां परिजनों ने हंगामा काटते हुए रुरा थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का कहना है रुरा थाना पुलिस ने छह दिन तक मेडिकल की बात कहते हुए पीड़ित बेटी को थाने में रखा। इसके साथ ही उन्होंने थाना प्रभारी मो0 अब्बास, चौकी इंचार्ज सहित कई पुलिस कर्मियों के निलम्बन की मांग की। यहां पोस्टमार्टम के बाद किसी तरह से स्थानीय पुलिस ने शव को रवाना किया। उधर कानपुर देहात में पीड़ित के घर एसडीएम अकबरपुर आनन्द कुमार सिंह व एसपी अर्पित कपूर, क्षेत्राधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने आरोपों की जांच कर कार्रवाई की बात कही है।