ईमान की रस्सी को मजबूती से पकड़े, जलसा सीरतुन्नबी में नातिया मुशायरे का आयोजन


======== नातिया मुशायरे में तकरीर करते मौलाना ========


गुरसहायगंज (कन्नौज)। यह बताओ की दुनिया और आखिरत का मुकाबला क्या है। नबी फरमाते हैं की कोई दरिया हो लबालब भरा हुआ है। उसमें अपनी उंगली का एक पोरा डालो और उस उंगली के एक पोरे में जितना पानी आएगा उतनी ही दुनिया है और जो दरिया में पानी है वह आखिरत है। सभी मुस्लिम अपने ईमान की रस्सी को मजबूती से थामे रहे। 
यह बात बीती रात नगर के तिराहा पार्क में एक रोजा अजीमुश्शान जलसा सीरतुन्नबी नातिया मुशायरे में जमीयत उलमा-ए-हिन्द के अध्यक्ष मौलाना ओसामा कासमी ने कही। इससे पहले मौलाना शिबली बहराइच ने भी मौजूद लोगों को दीनी बाते बताकर जागरूक किया। इस अवसर पर कारी अब्दुल हसीब जामई, मुफ्ती तारीक जमील, नियमत मुल्लाजी, अब्दुल कदीर, मोहम्मद मुस्तकीम शेख, बबलू भाई कपड़े वाले, मोहम्मद शाहिद, हाजी मुन्ने खां, कारी गुफरान, कारी राशिद, रियाज अहमद, बाबुद्दीन, शकील अहमद, जुल्फिकार अहमद, मुन्ना, आफताब आलम, हसमुद्दीन, फैसल खान, मुफीदुल सहित सैकडों लोग मौजूद रहे।