द्वितीय सोपान शिविर सम्पन्न


 

कानपुर, द्वितीय स्काउट शिविर का समापन  मुख्य अतिथि  शम्भू नाथ सहा.प्रादेशिक संगठन आयुक्त (स्काउट) शम्भू नाथ ने शिरकत किया। शिविर मे नियम, प्रतिज्ञा, आन्दोलन की जानकारी, प्राथमिक चिकित्सा,गांठे, फांस बन्धन, वर्दी, टोली विधि, सैल्यूटिंग, रिपोर्टिंग, मार्च पास्ट,कैम्प फायर, किम्स गेम,टेण्ट निर्माण एवं दक्षता पदक का गहन प्रशिक्षण कौशल कुमार विश्वकर्मा, दिलीप कुमार मिश्र, सर्वेश तिवारी एवं सुरेन्द्र नाथ शर्मा के द्वारा दिया गया।

मुख्य अतिथि श्री शम्भू नाथ ए.एस.ओ.सी.स्काउट कानपुर मण्डल ने अपने सम्बोधन के माध्यम से *ड्रेस ईज ऐड्रेस* का प्रर्दशन करते हुए वर्दी के महत्व व स्काउट के संस्कार, परोपकार,

स्वावलंबन, सहिष्णुता, विनम्रता, समय बद्धता, सेवा भाव ,सहयोग आदि विन्दुओ पर प्रकाश डालते हुए। अच्छे नागरिक बनने का पाठशाला स्काउट कैम्प होता है।विद्यालयी किताबी ज्ञान से हट कर *व्यवहारिक ज्ञान का समावेश* करता है कैम्प

स्काउट को अपने पास स्काउट डायरी अपने पास अनिवार्य रूप से रखते हुऐ *चौबीस धंटे को इस प्रकार समय चक्र के माध्यम से व्यवस्थित करना चाहिए जिससे एक अच्छे बालक के रुप मे स्काउट बनने  का सभी गुणो का समावेश होना चाहिए। स्काउट को चाहिए की स्वयं की मर्यादा, परिवार का मर्यादा व समाज की मर्यादा को बनाऐ रखने हेतु स्काउट के नियम* का पालन करते हुऐ *एक अच्छा विद्यार्थी व एक अच्छा स्काउट बनकर अच्छे अंको से पास होते हुऐ द्वितीय सोपान के उपरान्त तृतीय सोपान ,राज्यपुरस्कार व राष्ट्रपति पुरस्कार* प्राप्त कर अपने माता - पिता,कालेज व स्काउट शिक्षक दिलीप कुमार मिश्रा का नाम रौशन करे। विशिष्ट अतिथि के रूप में आये सुरेन्द्र नाथ शर्मा ने कहा कि स्काउट में लगी गांठे का मतलब होता है कि हमें रोज एक भलाई का काम करना चाहिए। विधालय के प्रबंधक वरूण मेहरोत्रा ने कहा कि स्काउट से बच्चों को आगे बढने की प्रेेरणा मिलती है। स्काउट बच्चों को नित्य बहादुरी, ईमानदारी व निष्ठा से समाज की सेवा करना चाहिए। यह बात सच है कि स्काउट से सर्विस नही मिलती है, लेकिन स्काउट के बच्चे परिस्थितियों से निपटने जानते हैं। 

अन्त मे प्रधानाचार्य अवधेश कटियार ने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब जी एन के इन्टर कालेज के बच्चे प्रदेश में कानपुर व अपने कालेज का नाम रोशन करेगे। उस समय हमें अपने स्काउट शिक्षक दिलीप कुमार मिश्रा पर गर्व का अनुभव होगा। मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न विधालय के प्रबंधक वरूण मिश्रा व स्काउट शिक्षक दिलीप कुमार मिश्रा  व विशिष्ट अतिथि को स्मृति चिह्न राम चन्द्र मिश्रा ने दिया। आभार प्रदर्शन अवधेश कटियार ने दिया। मंच संचालन श्री नारायण मिश्रा ने किया। 

कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान से किया गया। इस समारोह में मुख्य विधालय के प्रबंधक वरूण मेहरोत्रा, वीरेन्द्र सिंह यादव, कृष्ण मोहन शुक्ला, शिवेन्द्र सिंह भदौरिया, अजय मिश्रा, शैलेश बिहारी श्रीवास्तव, पुरूषोत्तम अवस्थी, राजीव शुक्ला, राजेन्द्र पाल, दिलीप कुमार, जयंत कुमार, अजीत सिंह, टिकल बाबू, दीप शिखा चौहान आदि लोग मौजूद रहे।