समसामायिक विषय पर व्याख्यान का आयोजन


कानपुर नगर, राजनीति विज्ञान विभाग डी0ए-वी0 कालेज द्वारा आयोजित 'भारतीय लोकतन्त्र की चुनौतियाॅ' जैसे समसामयिक विषय पर एक व्याख्यान माला का आयोजन डी0वी0एस0 कास्ट सभागार में आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रसिद्ध स्तम्भकार एवं राजनीतिक चिन्तक प्रो0 ए0के0 वर्मा ने अपने उदबोधन मंे कहा कि परिवर्तन अपरिहार्य है। हम चाहते है कि बदलाव हमारे देश समाज के अनुकूल हो। जो अनुकूल नही होते वही चुनौती है। हम वैयक्तिक रूप से समीकृत नही हो पाते।
          उन्होने कहा चुनौतियों के स्वरूप बदलते रहते है। एक बदलाव दृश्य एवं दूसरा अद्श्य बदलाव है। लोकतन्त्र में तीन प्रकार के दृश्य बदलाव दिखाई देते है-सत्ता परिवर्तन, दलीय परिवर्तन एवं नेतृत्व मूलक। अदृश्य बदलाव में अस्मिता की राजनीति में परिर्वतन, क्षेत्रीय दलों की अस्मीता दूर रही है। लोकतन्त्र में मतदाताओं की प्रतिबद्धता, राजनीतिक मनोविज्ञान की उपज है। राजनीतिक पार्टीयों के प्रतिबद्धतायें टूटने लगी है। कानून व्यवस्था एवं समाज कल्याण से पार्टीयां दूर हैं। राजनीति से ज्यादा आर्थिक विचार धारा प्रभावित कर रही है। हम विमर्श मूलक लोकतन्त्र की ओर बढ़ रहे है। असहमति लोकतन्त्र की आत्मा है। सहभागी लोकतन्त्र में बजट या कानून बचाने में जन सहभागिता होती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि चुनौतिया अवरोध है। व्यक्ति एकाकी इकाई होकर रह गया है। विभागाध्यक्ष डा0 दीपशिखा चतुर्वेदी ने कहा कि सामाजिक न्याय की स्थापना का प्रयास उस स्तर तक नही पहंुचा जहां होना चाहिए था। दलितो आदिवासियों की गर्वपूर्ण भागीदारी मुख्य धारा के रूप में कैसे हो। क्या चुनौति है। सभी अतिथियों एवं विभागाध्यक्षों तथा शिक्षको के प्रति धन्यवाद किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डा0 विजय प्रताप सिंह ने किया। उक्त अवसर पर विभागीय सहयोगी डा0 कपिल बाजपेयी, डा0 पुष्कर पाण्डेय, डा0 अर्चना गुप्ता, डा0 नलिनी लता सचान, डा0 कलपना पाण्डेय, डा0 मनोरमा गुप्ता एवं श्री सुशील जी तथा छात्र/छात्राएं उपस्थित रहे।