उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित





- महिला सशक्तीकरण के लिए मिला रानी लक्ष्मीबाई सम्मान
- कानपुर की पांच हस्तियों को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित

कानपुर । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय पहुंचे और पूर्व छात्रों को संबोधित किया। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों अपना नाम रोशन करने वाले पांच पूर्व छात्रों को सम्मानित किया। जिसमें उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार को महिला सशक्तीकरण के लिए रानी लक्ष्मीबाई सम्मान से नवाजा गया।
पूर्व छात्र सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति बेहद भावुक होकर अपने पुराने दिनों व मित्रों को याद किया। जिनमें कुछ लोगों का उन्होंने नाम लिया और मंच के सामने बैठे पूर्व सांसद श्याम बिहारी मिश्र को अपना अभिन्न मित्र बताया। उन्होंने कहा कि भारत की नई शिक्षा नीति का लक्ष्य देश को नॉलेज सुपरपॉवर बनाने का है और जिज्ञासा, प्रयोग और कौशल से ही भारत नॉलेज सुपरपॉवर बनेगा। अपने छात्र जीवन की याद करते हुए बीएनएसडी इंटर कॉलेज, डीएवी कॉलेज का जिक्र किया। राष्ट्रपति ने कहा कि अपने पुराने घर, गांव, स्कूल, कॉलेज, सहपाठी से मिलना हमेशा सुखद होता है। उन्होंने कहा कि पहले जब भी वीआईपी रोड से निकलना होता था, तब डीएवी कॉलेज दिख जाता था। फरवरी के दौरे का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उस समय अपने तीन शिक्षकों को सम्मानित करने का उन्हें अवसर मिला था। एक बार फिर आज विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों को सम्मानित कर गर्व महसूस कर रहा हॅूं।
इनको मिला सम्मान
राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के पांच पूर्व छात्रों को सम्मानित किया जो किसी न किसी क्षेत्र में कानपुर का नाम रोशन कर रहे हैं। जिनमें प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा राज्य मंत्री नीलिमा कटियार रहीं जिन्हे महिला सशक्तीकरण के लिए रानी लक्ष्मीबाई पुरष्कार से सम्मानित किया गया। गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान से समाज व शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कानपुर क्षेत्र संघ चालक बैरिस्टर वीरेन्द्रजीत सिंह, अटल बाजपेयी पुरष्कार गौर हरि सिंघानिया स्कूल के अभिषेक सिंहानिया, छत्रपति शाहू जी महाराज पुरष्कार आगरा विश्वविद्यालय के कुलपति डा. अरविंद दीक्षित, गौर हरि सिंघानिया पुरष्कार प्रसिद्ध चमड़ा व्यवसाई मुख्तारुल अमीन को दिया गया।
अटल जी को किया याद
राष्ट्रपति ने डीएवी महाविद्यालय और कानपुर विश्वविद्यालय से पढ़े हुए पूर्व छात्रों के नाम भी लिए। राष्ट्रपति ने कहा कि यहां से पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेयी, गोपाल दास नीरज, कन्हैयालाल नंदन, एसएस कटियार, केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, एडमिरल विष्णु भागवत और शिक्षाविद रेनू ठाकोर जैसी हस्तियां पढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि अजित डोभाल के बारे में वह नहीं जानते थे कि कानपुर से पढ़े हैं। दिल्ली में हुई एक मुलाकात का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उस समय अजित डोभाल ने ही बताया था कि राष्ट्रपति ने जिस विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है, वहीं से वह भी शिक्षित हुए हैं।
राज्यपाल को दिखाया बीएनएसडी इंटर कॉलेज
राष्ट्रपति ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय भी बीएनएसडी इंटर कॉलेज के पढ़े थे। उन्होंने कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि वहीं से मैने भी इंटर की शिक्षा की। कानपुर आने के दौरान उन्होंने तत्कालीन राज्यपाल रामनाईक को रास्ते में जाते हुए बीएनएसडी इंटर कॉलेज को दिखाया, तब राज्यपाल ने एक मिनट के लिए गाड़ी रूकवाई और कॉलेज देखते हुए बोले कि ये ठीक है।
एक हजार छात्रों में अकेली थी छात्रा
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि मेरे लिए राष्ट्रपति का स्वागत करना गर्व की बात है। पूर्व छात्र सम्मेलन में सब लोग अपना दुख दर्द एक दूसरे से बांटते हैं और सुखों की भी अनुभूति करते हैं। इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिये। अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि 1960 के दशक में जब मैं स्नातक करती थी तब एक हजार छात्रों में अकेली छात्रा थी। यही हाल एमएड करने के दौरान भी रहा पर अब छात्राएं शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही हैं। यही नहीं देश की तरक्की में उनका अहम योगदान भी हो रहा है।
उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जब से भाजपा सरकार आयी है तब से लगातार शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर कार्य किये जा रहे हैं। आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी प्रदेश बनकर उभरेगा और प्रदेश सरकार शिक्षा के साथ ही रोजगार पर भी विशेष ध्यान दे रही है।