तकनीक और सांस्कृतिक परंपरा से भरपूर है कानपुर शहर - राष्ट्रपति 

- अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद



कानपुर । अपने गृह जनपद कानपुर आने पर मुझे काफी खुशी मिलती है और यह शहर कई क्षेत्रों में दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहा है। यहां पर तकनीक का बहुत पहले से ही बेहतर ढंग से प्रयोग किया जा रहा है। इसके साथ ही यह शहर सांस्कृतिक परंपरा से भी भरपूर है। यह बातें शनिवार को शहर आये देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पीएसआईटी में रीसेंट एडवांसमेंट्स इन कंप्यूटर साइंस कम्युनिकेशन एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में कहीं।
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शनिवार को अपने गृह जनपद कानपुर राष्ट्रपति बनने के बाद चौथी बार आये। उनका विमान चकेरी हवाई अड्डे पर करीब 42 मिनट की देरी से उतरा और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने उनका स्वागत किया। यहां से एयरफोर्स के दूसरे विमान से राष्ट्रपति पीएसआईटी कॉलेज पहुंचे, जहां पर रीसेंट एडवांसमेंट्स इन कंप्यूटर साइंस कम्युनिकेशन एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस को संबोधित किये। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कानपुर आकर मुझे काफी खुशी मिली है। कानपुर के चमड़ा उद्योग का पूरी दुनिया में नाम है। यहां की मिलें भी पूरी दुनिया में जानी जाती रही हैं। 
कानपुर को एशिया का मैनचेस्टर कहा जाता रहा है। यहां के लोग शुरु से ही तकनीक को पसंद करने वाले रहे हैं, जिसके चलते कानपुर का नाम कई क्षेत्रों में दुनिया में लिया जाता है। इसके साथ ही कानपुर शहर सांस्कृतिक परंपरा से भी भरपूर है। कांफ्रेंस में ओमान, जर्मनी, बांग्लादेश, श्रीलंका, सिंगापुर समेत अन्य देशों से शिक्षाविद व वैज्ञानिकों ने भी व्याख्यान दिया। इस शिक्षाविद सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, डाटा साइंसेज, सिग्नल इमेज, क्लाउड कंप्यूटिंग, सोशल नेटवर्क्स और साइबर सिक्योरिटी पर अपने शोध कार्य प्रस्तुत किये गये। इसके बाद राष्ट्रपति अपने दूसरे कार्यक्रम छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित एल्यूमिनाई मीट के लिए रवाना हो गये। यहां से नगर निगम में आयोजित तीसरे कार्यक्रम में भी शिरकत करने के लिए पहुंचेगे। इस दौरान कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण, महापौर प्रमिला पाण्डेय व जनपद का प्रशासनिक अमला मौजूद रहा।