सरकार की आमद मरहबा ख्वाजा का हिंदुस्तान ज़िन्दाबाद की गूंज के साथ निकला जुलूस ए मोहम्मदी




कानपुर 10, नवम्बर कानपुर से एशिया के सबसे बड़े जुलूस ए मोहम्मदी अपनी शान ओ शौकत आदबों एहतिराम अमन भाईचारे का पैगाम पूरी दुनियां मे पैगाम देते हुआ रजबी ग्राउंड, परेड से उठा जिसकों कानपुर नगर के जिलाधिकारी जनाब विजय विश्वास पंत जी, काजी ए शहर जनाब मतीनुल हक ओसामा, काजी ए शहर जनाब मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


जुलूस में सभी मज़हब के मानने वालों ने शिरकत कर हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई की एकता को मज़बूत किया जुलूस मे मोहम्मदी यूथ ग्रुप की पूरी टीम ने शिरकत की जुलूस के रास्तों में कई जगह कैम्प लगाकर जुलूस ए मोहम्मदी का इस्तकबाल किया जुलूस की निगरानी व्यवस्था मे तंज़ीमों व जिला प्रशासन की मदद करने में अपना योगदान दिया जुलूस के इस्तकबाल करने में धार्मिक, सामाजिक व सभी राजनैतिक दलों के कैम्प लगे वह गुलाब के फूलों की पंखुड़ियों इत्र से इस्तकबाल किया जा रहे था, जुलूस मे सभी अंजुमन इस्लामिक परचमों के साथ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराते सरकार की आमद मरहबा, ख्वाज़ा का हिंदुस्तान ज़िन्दाबाद, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई आपस मे सब भाई भाई नारे लगाते चल रहे थे खुबसूरत मंज़र था। जुलूस परेड से नई सड़क, पेचबाग, दादा मियाँ चौराहा, तलाक महल, डा० बेरी का चौराहा, कंघी मोहाल, गुलाब घोसी मस्जिद, मोहम्मद अली पार्क, अजमेरी चौराहा, हलीम कालेज चौराहा, फहीमाबाद, इकबाल लाइब्रेरी, बांसमंडी, कुली बाज़ार, लाटूश रोड, मूलगंज चौराहा, मेस्टन रोड, शिवाला, रामनारायन बाज़ार, पटकापुर होते हुआ फूलबाग में मगरीब की नमाज़ काज़ी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी ने के पढ़ाने के बाद समाप्त हुआ। जुलूस में भारी तादात में उमड़े आशिके रसूल लगभग 17 किलोमीटर लम्बा रहा अबकी जुलूस ए मोहम्मदी।

 

जुलूस में काजी ए शहर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खाँ नूरी, इखलाक अहमद डेविड, महबूब आलम खान, हाफिज़ मोहम्मद कफील खाँ हुसैन, इस्लाम खान चिश्ती, मोहम्मद रफीक, इरफान अशरफी, फाज़िल चिश्ती, मोहम्मद जावेद, मोहम्मद हफीज़, शाह आलम, रौनक अली अंसारी, मोहम्मद हमीद खान, अब्दुल्ला खाँ आसिफ कादरी, इरफान बरकाती, नूर आलम, मोहम्मद शादाब, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद जीशान खान, मोहम्मद साबिर, मोहम्मद निसार, मोहम्मद निहाल, हाफिज़ मोहम्मद आफताब, नाज़िम हाशमी, मोहम्मद आमिर, नदीम सोलंकी, खुर्शीद आलम, मोहम्मद हसीन, मोहम्मद मुफीद, आदि लोग मौजूद थे।