पैगम्बरे इस्लाम आखिरी नबी हैं इसका इनकार करने वाला मोमिन नही:मुफ्ती काजिम ओवैसी
तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम जशनो आमदे रसूल का सातवां जलसा जुही लाल कालोनी मे हुआ 

 

कानपुर:तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के जेरे एहतिमाम मदरसा तालीमुल क़ुरान अहले सुन्नत मस्जिद 22 ब्लाक जुही लाल कालोनी मे जशने आमदे रसूल का सातवां जलसा हुआ जिसकी सदारत मदरसा हाज़ा के मुदर्रिस हज़रत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद काजिम रज़ा ओवैसी ने खिताब फरमाते हुए कहा  कि अल्लाह पाक ने अपने महबूब को सारी कायनात के लिए रहमत बनाकर भेजा आप ख़ातमुन नबीयीन है जिसका माना अहले इल्म व फज़्ल और अहले अक़्ल व फहम सबके नजदीक एक ही है और वह यह है कि हमारे नबी अलैहिस्सलाम हर हर तब्क़ा हर हर मख़्लूक़ के लिये आखिरी नबी हैं आपके बाद दूसरा नबी हर्ग़िज़ हर्गिज़ पैदा नहीं हो सकता,लेकिन एक तबका के मौलवी कासिम नानोतवी ने  किताब (तहज़ीरुन नास) में लिखा है कि,, अगर रसूले करीम के बाद भी कोई नबी पैदा हो तो आपके ख़तिम होने में कोई फर्क़ नहीं आएगा,, नानोतवी साहब ने अपना गन्दा अक़ीदा ज़ाहिर कर दिया कि हमारे आक़ा के बाद भी कोई नबी पैदा हो सकता है यह अक़ीदा क़ुरआन व अहादीस के सख़्त खिलाफ है क्यूँकि अल्लाह पाक ने क़ुरआने पाक में अपने महबूब को ख़ातमुन नबीयीन फरमाया है और लफ्ज़े ख़ातिम का इतलाक़ इस बात का मुक़तज़ी है कि हर्गिज़ हर्गिज़ कोई तावील ना की जाए, हर तरह के इम्कान व फर्ज़ और एहतेमाल व तसव्वुर की नफी की जाए यही अक़ीदा अहले सुन्नत वल जमाअत का है और यही मस्लके आला हज़रत है, इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते क़ुरान पाक से हाफिज़ मोहम्मद हारून ने किया कारी आदिल अज़हरी,हाफिज़ फुज़ैल अहमद रज़वी,हाफिज़ वारिस बरकाती,मोहम्मद ओवैस,मोहम्मद कौसैन ने बारगाहे रिसालत मे नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ जलसे के बाद शीरनी तक़सीम की गई इस मौक़े पर मौलाना मोहम्मद रोहान, चाँद भाई,,इजहार बरकाती,मुन्ना भाई, मोहम्मद आफाक,इमरान छंगा पठान आदि लोग मौजूद थे!