खाकी की कृपा से मालामाल हो रहे ढाबा संचालक 

फतेहपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित ढाबे गैर कानूनी कार्याें के लिए अड्डे बने है। सूत्रों के अनुसार यहां ग्राहको को अच्छा भोजन परोसने के बजाये चोरी के माल की ज्यादा खरीद फरोख्त की जाती है। कोतवाली सदर के पश्चिमी व पूर्वी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खुले ढाबो पर आने वाले वाहनो के चालको से सांठ गांठ कर उसमें लदा रहने वाला अनाज, परचूनी का सामान, कोयला, लोहा आदि वस्तुओं की चोरी से खरीदी की जाती है। कुछ ढाबे ऐसे है जिनके संचालक सरकारी राशन की खरीदी फरोख्त में लिप्त रहते हैं। यह अवैध कारोबार एक लम्बे अरसे से फल फूल रहा है और कुछ अखबारों में समय-समय पर समाचार भी छप चुके है। इसके बावजूद खाकी अपनी आंखे बन्द किये हुये है। पुलिस की उदासीनता के चलते यह अवैध काला कारोबार दिन प्रतिदिन अपने पैर पसारता जा रहा है और ढाबा संचालक जिनके पास रहने तक का ठिकाना नहीं था आज लाखो में खेल रहे है और आज उनके पास आलीशान मकान मोटर कार बाइक व ऐश इमारत के सारे समान देखे जाते है। काली कमाई से यह समाज के ठेकेदार में इनकी गिनती हो रही है। ऐसा नही कि इन सफेद पोश चोरो की जानकारी इलाकाई पुलिस को नहीं है। पुलिस के पास इन चोरो की सारी कुण्डली मौजूद है। लेकिन पता नही इन्हे बेनकाब करने में कौन सी बाधा ऐसी आ रही है कि सब कुछ जानते हुये भी खाकी अंजान बनी हुयी है।