कानपुर में प्रभावी होगी मुखबिर योजना, भ्रूण हत्या पर लगेगी लगाम

- स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने जारी किया दिशा निर्देश, मुखबिर को मिलेगा एक लाख का इनाम

कानपुर । भ्रूण हत्या को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपनी मुखबिर योजना को फिर से प्रभावी बनाना चाहता है। स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने सीएमओ को पत्र जारी कर दिशा निर्देश देते हुए कहा कि मुखबिरों की संख्या बढ़ाई जाये। जिससे अल्ट्रासाउंड केन्द्रों और इस कार्य में लिप्त डाक्टरों में भय पैदा किया जा सके। इसके साथ ही अभियान में सफलता मिलने पर मुखबिरों को समय से इनाम की एक लाख रुपये राशि उपलब्ध करायी जाये। 
जनपद में लगातार मेल व फीमेल के बीच अनुपात घट रहा है और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मुखबिर योजना को भी कुछ खास सफलता नहीं मिल पा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि जिले में ऐसे व्यक्ति या संस्थानों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की जरुरत है जो भ्रूण हत्या, लिंग चयन, अवैध गर्भपात की प्रक्रिया में शामिल हैं। सीएमओ डा. अशोक कुमार शुक्ला ने सोमवार को बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक ने पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि मुखबिर योजना को फिर से सक्रिय करना है। सीएमओ के मुताबिक जनपद या बाहरी जिले का व्यक्ति अगर मुखबिर, मिया ग्राहक या फिर मिया ग्राहक सहायक की भूमिका निभाना चाहता है तो वह सीएमओ के मोबाइल नंबर 8005192671 या पीसी पीएनडीटी विंग के नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर-9005951022 से सीधे सम्पर्क कर सकता है। पूरी जानकारी देने के बाद आपरेशन सफल होने की सूरत में मुखबिर को 60 हजार, मिया ग्राहक को एक लाख, सहायक को 40 हजार रुपये इनाम मिलेगा। यह राशि सीधे उनके खाते में तीन किस्तों में भेजी जाएगी। सीएमओ ने कहा कि इसके साथ ही गठित विभागीय टीम में बदलाव कर दूसरी टीम का भी गठन किया जाएगा जो अल्ट्रासाउंडों और ऐसे कार्य में लिप्त डाक्टरों पर नजर रखेगी।