कानपुर के बंद पड़े उद्योगों का पुनरुद्धार करेगी सरकार : योगी आदित्यनाथ

कानपुर । औद्योगिक नगरी कानपुर के विकास के लिए पिछले 15 साल की सरकारों ने कुछ भी कार्य नहीं किया। जिससे यहां का उद्योग बराबर कमजोर होता चला गया और कानपुर अपनी पहचान भी खो बैठा। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार अब यहां के उद्योगों को पुनरुद्धार करने का निर्णय लिया है और आने वाले समय में एक बार फिर कानपुर का उद्योग अपने चरम पर होगा और कानपुर को पहचान मिल सकेगी। यह बातें शुक्रवार को आईआईटी कानपुर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानपुर यूपी का सबसे बड़ा महानगर है, लेकिन कानपुर के साथ विकास को लेकर जो पहल होनी चाहिए थी वो पहले की सरकारों ने नहीं किया। 15 सालों की सरकारों ने कानपुर की उपेक्षा की। यहां पहले बिना अप्रूवल, बिना पैसे प्रोजेक्ट्स को लाया जाता था और इनके नाम पर लूट खसोट होती थी। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास दिसंबर 2016 में हो चुका था और पांच महीने बाद मुझे पता चला कि अभी तक जमीन भी अधिकृत नहीं की गई थी। इसके बाद में मैंने प्रोजेक्ट कैंसिल कर दोबारा प्रक्रिया शुरु किया। पहले के अनुसार दिसंबर 2016 में जिस प्रोजेक्ट की कीमत 15 हजार 200 करोड़ थी वही जून 2018 में 11 हजार 800 करोड़ होनी थी। ये साढ़े तीन हजार करोड़ किसकी जेब में जा रहे थे?
मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी सरकार ने अब तक 27 लाख लोगों को आवास दिया। आगामी दो महीने में हम बुंदेलखंड एक्सप्रेस का शिलान्यास करने जा रहे हैं। मार्च 2017 में जब हम आए तो प्रदेश में मेट्रो कहीं नहीं थी और आज चार शहरों में मेट्रो है। वे लोग भी थे, जो सिर्फ शिलान्यास पर ही भरोसा करते हैं, लेकिन हमने काम करके दिखाया। पिछली सरकारों में जो प्रयास होना चाहिए था, वो नहीं हुआ। कानपुर में जो मेट्रो पिछली सरकार के अनुसार चलनी थी उसमें दो साल में एक रुट पर ही मेट्रो चलेगी। ये इस प्रदेश के सबसे महानगर की आवश्यकता थी। 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानपुर में गंगा सबसे ज्यादा गंदी थीं, लेकिन अब गंगा अविरलता की ओर अग्रसर है। कानपुर को कानपुर की पहचान देने की जरूरत है। आने वाले समय में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित होना है। बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को हम डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ेगें। कानपुर में बहुत संभावना है और इस संभावना को हम साकार करेंगे। 1947 से 2017 तक 70 सालों में प्रदेश में दो एयरपोर्ट था। अब कानपुर समेत सात शहरों में हम एयरपोर्ट रन कर रहे हैं। अयोध्या में हमने एयरपोर्ट के लिए जमीन दे दी है और 200 करोड़ रिलीज भी कर दिया है। 11 एयरपोर्ट पर हम कार्य कर रहे हैं। विकास के लिए ये सुविधाएं आवश्यक हैं। आने वाले समय में प्रदेश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम और बेहतर होगा।