कानपुर डेंगू पर नियंत्रण करने व प्रज्ञा ठाकुर को माफी नही सज़ा देने को लेकर प्रदर्शन कर राष्ट्रपति को दिया ज्ञापन।




कानपुर 30, नवम्बर कानपुर मे डेंगू से हो रही मौतौ, नार्वे में इस्लाम के पवित्र धर्मग्रंथ की बेहुरमती करने पर नार्वे से भारतीय राजदूत को वापस बुलाने, कानपुर नगर में मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना, जेएनयू के विवाद को हल कराने, प्रज्ञा ठाकुर का संसद मे गोडसे को देशभक्त कहने के विषयों को लेकर मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने खानकाहे हुसैनी के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया व राष्ट्रीय रामनाथ कोविंद के नगर आगमन पर मांगो व समस्याओं से सम्बंधित ज्ञापन प्रदर्शन के दौरान अपर नगर मजिस्ट्रेट को दिया।

प्रात: 11.30 बजे से मोहम्मदी यूथ ग्रुप के मेम्बर्स खानकाहे हुसैनी कर्नलगंज के बाहर जमा होने लगे उनमे कानपुर नगर मे डेंगू से हो रही लगातार मौतों, नार्वे सरकार के इस्लाम विरोधी कार्यों, जेएनयू के विवाद पर केन्द्र व राज्य सरकारों की लापरवाही, राष्ट्रपिता के हत्यारे गोडसे को संसद मे सांसद द्वारा देशभक्त कहने, हिंदुस्तान मे हिंदू मुसलमान में नफरत फैलाने वालों को लेकर नाराज़गी व गुस्सा था उसके विरोध व मांगो को लेकर प्रदर्शन किया ग्रुप के पदाधिकारी/मेम्बर्स ज़ोरदार नारे जिसमें *डेंगू पर नियंत्रण करों, कानपुर को डेंगू के डंक से बचाओं, प्रज्ञा ठाकुर को माफी नही सज़ा दो, नार्वे सरकार मुर्दाबाद, इस्लाम अमन इंसानियत का मज़हब, जेएनयू विवाद सुलझाने की पहल करे,मुल्क को बदनाम करने वाले होश मे आओं, कानपुर नगर मे मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना करों, दिल्ली पुलिस पर कार्यवाही करे, ऐ अल्लाह हमारे मुल्क मे अमनों अमान कायम रखें, हिंदुस्तान ज़िंदाबाद इंसानियत ज़िंदाबाद, डेंगू के मौतो के ज़िम्मेदारों पर कार्यवाही करों, अल्लाह हमारे मुल्क को तरक्की मिले खुशहाली कायम रहे* लगा रहे थे।

प्रदर्शन से पहले सम्बोधित करते हुए मोहम्मदी यूथ ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा कि कानपुर नगर मे डेंगू से अब तक 180 से ज़्यादा मौतो पर स्वास्थ्य विभाग नियंत्रण करने मे पूरी तरह विफल रहा। कानपुर का स्वास्थ्य विभाग तो अब डेंगू से हो रही मौतों के आकड़े जुटाने मे अधिक चिंतित दिख रहे है अभी भी उसकी रोकथाम के लिए कोई भी उचित व्यवस्था नही की जा रही है डेंगू से मरने वालों की हो रही मौतों का आकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है नगर निगम की लापरवाही भी प्रदूषण-गंदगी मे कानपुर को नम्बर वन बनाने के लिए ज़िम्मेदार है। 

नार्वे के क्रिस्टीयानलैंड शहर में इस्लाम के पवित्र धर्मग्रंथ की बेहुरमती की जिससे भारत मे इस्लाम धर्म के मानने वाले लगभग 20 करोड़ लोगो की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। नार्वे को भारत से कुछ सीख लेनी चाहिए जहां 20 करोड़ मुसलमानों को बराबरी का हक़ है। भारत मे मुसलमान ही नही बहुत से धर्मों के मानने वाले लोग साथ-साथ रहते है यह हमारे भारत के लोकतंत्र की खुबसूरती है जिसकी मिसाले पूरी दुनियां मे दी जाती है। भारत को कड़ा संदेश देते हुए नार्वे से भारतीय राजदूत को वापस बुला लेना चाहिए। 

जेएनयू मे हास्टल फीस वृद्धि वापसी पर चल रहे आंदोलन से छात्र/छात्राओं के साथ दिल्ली की आम जनता भी प्रभावित हो रही है जेएनयू के छात्र/छात्राओं पर दिल्ली पुलिस ने बेहरहमी से लाठीचार्ज किया जिसमें सैकड़ो छात्र/छात्राओं को गम्भीर चोटे आयी है दिल्ली व केंद्र सरकार की विवाद को हल करने की कोशिशें नाकाम हुई है। 

राष्ट्रपिता का हत्यारा देश का पहला आतंकवादी नाथूराम गोडसे को संसद मे सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने देशभक्त कहकर पूरे देश को ही नही पूरे विश्व में अहिंसा के देवता राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के देश व देश की जनता का अपमान किया। प्रज्ञा ठाकुर को माफी नही सज़ा मिले। 

मुस्लिमों की सामाजिक/आर्थिक दशा लगातार कमज़ोर होती जा रही है जिसको शिक्षा से ही मज़बूत किया जा सकता है। कानपुरवासी अपने को गौरवान्वित समझते है की कानपुर मे जन्मे कानपुर मे शिक्षा प्राप्त कर भारत के सर्वोच्च पद पर आसीन महामहिम रामनाथ कोविंद जी हमारे कानपुर से है। कानपुर नगर मे मुस्लिमों मे शिक्षा की अलख मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना से जग सकती है। 

प्रदर्शन के दौरान ही राष्ट्रपति का ज्ञापन अपर नगर मजिस्ट्रेट लेने आए ज्ञापन को पढ़कर इखलाक अहमद डेविड ने सुनाया ज्ञापन लेने के बाद अपर नगर मजिस्ट्रेट ने भरोसा दिया कि आपकी मांगो व समस्याओं से महामहिम राष्ट्रपति जी को कानपुर जिला प्रशासन अवगत कराते हुए आपका ज्ञापन आज ही महामहिम जी को प्रेषित कर दिया जाएगा।

ज्ञापन में इखलाक अहमद डेविड, इस्लाम खाँ आज़ाद, असद सिद्दीकी, रज़ा खान, रौनक अली, हाफिज़ मोहम्मद कफील, शफाअत हुसैन, अब्दुल बारी, इस्लाम खान चिश्ती, एजाज़ रशीद, अबरार कादरी, माबूद खान, परवेज़ सिद्दीकी, मोहम्मद अनीस, सैय्यद अरशद, मोहम्मद आरिफ, मोहम्मद मुफीद, जमालुद्दीन, फाज़िल चिश्ती, मोहम्मद मेराज, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद इदरीस, कौसर अंसारी, अफज़ाल अहमद, फजले इलाही, मोहम्मद जावेद, परवेज़ अहमद, मोहम्मद युनुस खान, अतीक अंसारी, मोहम्मद हफीज़, मोहम्मद जावेद आदि लोग मौजूद थे।