जश्ने आमदे रसूल का ग्यारहवाँ जलसा चमनगंज व बारहवाँ जलसा कर्नलगंज में आयोजित
कानपुर:पैगम्बरे इस्लाम हुज़ूर नबी करीम सललल्लाहु अलैहे वसल्लम की विलादत पर खिराजे अक़ीदत पे करने के लिए तन्जीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के  ज़ेरे एहतिमाम पाँचवां सालाना 12 रोज़ा इजलास जशने आमदे रसूल का सिलसिला जारी है जिसका ग्यारहवाँ जलसा नाला रोड चमनगंज मे हुआ जिसकी सदारत तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने की मौलाना आदिल रज़ा अजहरी ने खिताब फरमाते हुए कहा कि इमामे अबू इस्हाक़ ने अपनी सीरत में हुश्शाम से ह रवायत नकिल की कि उनके वालिद ने हज़रते आएशा को यह फरमाते हुए सुना कि एक यहूदी तिजारत के लिये मक्का आया

जिस दिन हुज़ूर नबिये करीम अलैहिस्सलाम पैदा हुए उसने क़ुरैश की एक मजलिस में आकर पूछा क्या आज तुमहारे यहाँ कोई बच्चा पैदा हुआ है?

लोगों ने कहा हमें कोई इल्म नहीं, यहूदी ने हैरत से कहा अल्लाहु अकबर! फिर बोला तुम अपने घर वालों से इस बारे में ज़रूर पूछना, उस बच्चे की निशानी यह बै कि उसके दोनों कंधों के बीच बालों का एक गुच्छा उगा होगा

लोग अपने अपने घर चले गए और सबने एक दूसरे से पूछा कि क्या आज रात क़ुरैश में कोई बच्चा पैदा हुआ है?

पता चला कि आज अब्दुल्लाह के घर एक बच्चा पैदा हुआ है जिसका नाम उन लोगों ने मोहम्मद रखा है

वह लोग यहूदी के पास गए और उसे सारी बात बताई, यहूदी ने कहा मुझे उस बच्चे के पास ले चलो

वह लोग जनाबे आमिना के घर आए और बच्चे को दिखाने के लिये कहा, जब जनाबे आमिना ने सरकार को उस यहूदी के सामने पेश किया तो उसने सरकार की पीठ से कपड़ा हटाया और बालों का उगा हुआ गुच्छा (महरे नुबूवत) देख कर बे होश हो गया

जब उसे होश आया तो लोगों ने पूछा तुझे क्या हो गया था?

उसने कहा कि आज बनी इसराईल से नुबूवत रुख़्सत हो गई

एै लोगो! तुमहें ख़ुशख़बरी हो कि यह बच्चा तुमहें बहुत बुलंदियों की तरफ ले जाएगा और मशरिक़ से मग़रिब तक सिर्फ तुमहारे नाम की गूंज होगी इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरआन पाक से हाफिज अदनान वारसी ने किया  मोहम्मद रहमान,अदनान रज़ा ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ जलसे की बाद शीरनी तकसीम की गई जलसे के कन्वीनर सलमान वारसी ने आए हुए मेहमानो का शुक्रिया अदा किया इस मौके पर अनवर अली,महबूब गुफरान अजहरी,हाजी हस्सान अजहरी,मोहम्मद शहज़ादे आदि लोग मौजूद थे इसी तरह तन्जीम का बारहवॉ जलसा जशने आमदे रसूल कर्नलगंज के चूड़ी मोहाल मे हुआ जिसकी सदारत तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने किया   मौलाना मोहम्मद आदिल अजहरी ने नबी की विलादत का जिक्र किया इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरआन पाक से हाफिज सादिक वाहिदी ने किया सैयद सुफियान अजहरी,फैजान रजा अजहरी ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के सात खत्म हुआ जलसे के बाद शीरनी तकसीम की गई कन्वीनर जलसा हाजी मोहम्मद हस्सान अजहरी ने आए हुए मेहमानो का शुक्रिया अदा किया इस मौके पर सलमान वारसी, महबूब गुफरान अजहरी,मोहम्मद अहमद तोशे वाले,मुनव्वर अजहरी,राशिद अजहरी,जियाउद्दीन अजहरी,अहमद रजा अजहरी,ज़मीर खाँ आदि लोग मौजूद थे!