इस्लाम अमन का दूसरा नाम है देख लो दुनिया वालों सब कुछ लुटाकर भी हम सयंम रखें हैं------------हयात

कानपुर 10 नवंबर हर साल की तरह इस साल भी जमीयतुल उलेमा कानपुर शहर की ज़ेरे कयादत उठने वाले एशिया के सबसे बड़े जुलूस, जुलूस ए मोहम्मदी मे शहर मशहूर समाज़ी तंज़ीम मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैन्स एसोसिएशन की टीम ने कौमी सदर जनाब हयात ज़फर हाशमी साहब की कयादत मे बड़ ततादाद में शिरकत की।

और पैगम्बर ए इस्लाम को खिराज पेश करते हुए जुलूस में पूरे अदब व एहतेराम, अमन से चलकर दुनिया को एक पैगाम दिया।

इस दौरान दर्जनों जगह हयात ज़फर हाशमी साहब का लोगों ने इस्तकबाल किया।

इस्तकबालिया स्टेज से खिताब फरमाते हुए कौमी सदर हयात ज़फर हाशमी साहब ने कहा कि इस्लाम अमन, शांति का मज़हब है 9 नवंबर को एक बार यह साबित हो गई। क्योंकि इस मज़हब ने अपना सब कुछ खोकर भी मुल्क के खातिर अमन शांति, भाईचारे का पैगाम दिया वह मज़हब ए इस्लाम ही है।

हमारा मज़हब हमे क्या तालीम देता है यह फिर हिन्दुस्तान के मुसलमानों ने साबित कर दिया। 

लिहाजा आगे से फिर्कापरस्त ताकतें हम पर इल्जाम तराने करने से पहल हजार बार सोच लें। 

हाशमी साहब ने आवाम से सब्र करते हुए अल्लाह के इंसाफ पर भरोसा रखने की गुजारिश की है। 


जुलूस ए मोहम्मदी मे शिरकत करने वाले जौहर एसोसिएशन टीम के कौमी सदर हयात ज़फर हाशमी, हाफिज़ मोहम्मद फैसल जाफरी, मोहम्मद इलियास गोपी, मोहम्मद ईशान, हाफिज़ वाहिद अली, मौलाना मुबारक अली, एहतेशाम बरकाती, साकिब अन्सारी, बब्बू, हफीज़ खान, अज़ीज़ अहमद चिश्ती, शहनवाज अन्सारी, सैय्यद शाबान, शहाबुद्दीन रजा, मोहम्मद शारिक मंत्री वगैरह मौजूद रहे।