हज़रत सादिक शाह बाबा कलन्दरी का उर्स सम्पन्न


खाना पानी की बरबादी को रोकने, डेंगू जैसी बीमारी से हिफाजत की दुआ की गई

 

कानपुर, ऐ अल्लाह हमारी सुरक्षा फरमा, आफतो और मुसिबतों से छुटकारा दे दे, ऐ अल्लाह हम तेरे बंदे है और तेरी ही बारगाह में तौबा करते है। हमारे तौबा (पलटने) को कुबूल फरमा, हमें हर तरह के पाप और बुरे कामों से सुरक्षित फरमा, ऐ अल्लाह तू चाहे तो जीवन छीन ले और तू चाहे तो जीवन दान कर दे, तू ही हाकिम और तू ही मद्दगार और सारी ज़रूरतों को पूरा करने वाला है। पाताल से लेकर आकाश तक तेरी ही बादशाहत है, ऐ अल्लाह हमारी परीक्षा न ले। जिन बन्दों की परीक्षा तूने लिया है उनके सदके में हमारी परीक्षा माफ फरमा दे, ऐ अल्लाह मुल्क से दहशतगर्दी और फिरकापरसती को मिटा दे और अमन व शांति फैला दे, ऐ अल्लाह हिन्दुस्तान के मुसलमानों के दिलों से हर डर और खौफ को दूर फरमा और शासकों को इंसाफ पर कायम फरमा, ऐ अल्लाह हमारे मुल्क को हरा भरा और खुशहाली प्रदान कर दे, ऐ अल्लाह तू हम सबसे राज़ी हो जा और हर वह काम ले जिससे तू और तेरा महबूब नबी राज़ी हो जाऐ, ऐ अल्लाह समाज में फैली हुई बुराईयों को मिटा दे, ऐ अल्लाह जवान बेटियों का रिश्ता दे दे, ऐ अल्लाह जो बिना दोष के जेल की सलाखों में है हज़रत सादिक शाह बाबा के सदके में उन्हें छुटकारा दे दे। नमाज़ रोज़ा, हज, ज़कात आदि को करने की तौफीक दे दे। ऐ अल्लाह हमको खाना पानी की बरबादी से बचने की तौफीक अता फरमा और हमारे मुल्क व शहर को डेंगू जैसी बिमारी से हिफाज़त अता फरमा।

यह दुआ जब कुल शरीफ की महफिल हज़रत सादिक शाह कलन्दरी रजबी रोड इफ्तिखाराबाद में हज़रत मौलाना सैय्यद मोहम्मद अकमल मियां अशरफी ने की तो हज़ारों लोगों ने बआवाज़े बुलंद (जोर से) आमीन आमीन कहा। मौलाना की आंखों में दुआ के समय आंसु बहने लगे जो निश्चित रूप से नेक फाली है। कुल में उपस्थित लोग भी दुआ में व्यस्त थे। हाथों को उठाये हुए थे और गिड़गिड़ा गिड़गिड़ा कर अपने रब से फरियादें कर रहे थे। मौलाना अशरफी ने विशेष रूप से हज़रत सादिक शाह बाब़ की दुहाई देते हुए मुल्क की खुशहाली, तरक्की, शांति की प्रार्थना किया। पूरे कुल शरीफ में रूहानी फिज़ा छा गई थी। लोगों के आंखों से भी आंसू बहने लगे थे और ज़जबात में सादिक शाह सादिक शाह के नारे बुलंद कर रहे थे। 

कुल शरीफ में प्रमुख रूप से मो0 हसीब आज़ाद कलन्दरी सज्जादानशीन दरगाह शरीफ, मो0 शाह आज़म बरकाती, मास्टर परवेज़, शब्बीर अशरफी कानपुरी, मोहम्मद मुबीन, गुफरान, नावेद, आसिफ कलंदरी, अकील कलंदरी, आलम कलंदरी, नौशाद कलंदरी, बिलाल कलंदरी, अमिताम बाजपेई विधायक, फजल महमूद, हाजी जिया उल हक, मो0 हारून बरकाती, मो0 नईम चिश्ती, मो0 शहबाज कादरी, अच्छे मियां कानपुरी आदि लोग उपस्थित रहे।