ग्वालटोली में हो रहा खुले आम अवैध रिफलिंग का कारोबार


कानपुर नगर, कानून के रखवाले ही कानून की धज्जिया उडाते नजर आते है। शहर में कई ऐसे मामले सामने आये है जिसमें पुलिस और अपराधियों का आपसी ताल-मेल पाया गया है। शहर में कई अपराध और अपराधियों को थाना स्तर पर मदद मिलती है और थाने के संरक्षण में अवैध कारोबार किया जा रहा है। इसी प्रकार थाना ग्वालटोली क्षेत्र में थाने की सरपरस्ती में पूरे क्षेत्र में बडे पैमाने पर अवैध गैस रिफलिंग का काम किया जा रहा है।
इतना ही नही सभी धंधा करने वालो से एक शख्स पैसा एकत्र कर हर महीना 25 हजार रू0 थाने पहुंचाता है। घरों में सिलेण्डर के गोदाम बनाये गये है। शिकायते होती है लेकिन कार्यवाही नही होती। कभी जांच आती है तो पुलिस पहले ही आगाह कर देती है।ं कभी भी कोई बडा और भीषण हादसा हो सकता है, लेकिन शहर प्रशासन की सुस्ती और पुलिस की कार्यप्रणाली के कारण कोई बडा हादसा हो सकता है।
यूं तो सरकार द्वारा लोगो को रसोई गैस उपलब्ध कराने को लेकर योजना चलायी जा रही है लेकिन अभी भी हजारो लोग ऐसे है, जिनके पास गैस कनेक्शन नही है, कम आमदनी वाले लोग छोटे सलेण्डर से ही काम चला रहे है और जरूरत पडने पर बाजार में गैस भरवा लेते है। आज पूरे नगर में अवैध गैस रिफलिंग का काम बडे पैमाने पर किया जा रहा है। ग्वालटोली थाना क्षेत्र के मकान नं0 12/162 में राजा पाण्डेय द्वारा बडे पैमाने पर अवैध गैस रिफलिंग का काम बीते 30 वर्षो से किया जा रहा है। इस सम्बन्ध में न जाने कितनी शिकायते की गयी लेकिन नतीजा शिफर ही रहा। कभी जांच हुई भी तो थाने द्वारा पहले ही आगाह कर दिया जाता है, तो पैसा देकर मामला रफा-दफा कर दिया जाता है। लोगों की माने तो पूरे क्षेत्र में गैस रिफलिंग का माफिया राजा पाण्डेय खुलेआम थाने की दलाली करता है। लोगो पर रौब गांठना, किसी को फंसा देना फिर पुलिस से मिलकर उसे छुडा देना उसका काम है। इतना ही नही इसकी दबंगई के चलते क्षेत्र में किसी की हिम्मत नही होती कि इसके खिलाफ कुछ बोल दे, वहीं इसके कुछ अन्य साथी भी इस काम में इसका सहयोग करते है। इसी मकान में बीते कई वर्षो से अवैध रूप से गैस रिफलिंग का काम बडे पैमाने पर किया जाता है तथा आस-पास की दुकानो तथा कुछ घरों में बडे पैमाने पर सिलेण्डर रखे जाते है। यदि कोई शिकायत पहुंती है तो उस शिकायतकर्ता को यह डराते-धमकाते है।
कई पुलिस कर्मी राजा पाण्डेय की दुकान पर आते है सिलेण्डर भरवाते है, पुलिस की गाडियां आती है, सलेण्डर ले जाती है, ऐसे में कहा जा सकता है कि स्थानी थाना की सरपरस्ती में ख्ुालेआम यह अवैध काम जोरो से किया जा रहा है। रूपये की लालच में पुलिस अपनी डयूटी भूल चुकी है।ऐसे में यदि कोई हादसा होता है तो व्यापक जान-माल का नुकासान हो सकता है।