अकीदत व एहतराम के साथ मनाया गया सातवां उस कलंदरी!

कानपुर, तकिया बिसातयान कर्नलगंज में हजरत मोहम्मद खालिद फारूक रहमतुल्लाह का सातवां उर्स मुबारक अकीदत व एहतराम से मनाया गया। उर्फ प्रारंभ फज्र की नमाज के बाद कुरान खानी के साथ हुई सुबह कार का गुसल हुआ इसके बाद ही चादर पर फूल पेश किए गए गुसल के बाद नातिया मुशायरा की महफिल सजाई गई शायरों ने पैगंबर इस्लाम व  अल्लाह के बलियो की शान में कलाम पेश किए तो लोग वाह-वाह करने पर मजबूर हो गए नातिया मुशायरा के बाद महफिले समा इस दौरान कव्वाली उन्हें यह तो मेरे ख्वाजा का करम है मेरे पीर की गुलामी मेरे काम आ गई आदि कव्वाली पेश की तो अकीदत मन झूम उठे को असर नमाज के बाद कुल शरीफ हुआ। पुल के बाद अब्दुल नातिक साफव निर्मल के चैनो अमन भाईचारा मोहब्बत रखी की दुआ की। नौशाद आलम, हर प्रकाश अग्निहोत्री कृपेश त्रिपाठी मोहम्मद मोहसिन सिद्दीकी शौकत हयात नदीम सिद्दीकी मोमिन अली मुन्ना आदि लोग मौजूद रहे।