आईआईटियंस की तकनीक से किसानों को खेती में मिलेगी सहूलियतें





कानपुर । किसानों की खेती करने में आसानी हो इसके लिए आईआईटी व आईआईएम के युवाओं ने एक छोटा सा प्रयास किया है। उन्होंने मानव शक्ति द्धारा चलित यंत्रो का निर्माण किया है, जिसकी वजह से खेती को एक नया विकल्प मिला है। छात्रों का यह प्रयास छोटा जरूर है, लेकिन किसानों को इन यंत्रां से खेती करने में काफी मदद मिलेगी। 
आधुनिक खेती में डीजल चलित यंत्रो से खेती करने में किसानों को काफी खर्चा उठाना पड़ रहा है। महंगे यंत्रों से खेती करने में किसानों को भारी भरकम खर्च उठाना पड़ता है, लेकिन अब किसानों को इससे निजात मिल सकेगी। आईआईटी व आईआईएम के कुछ छात्रों ने स्वेदेशी यंत्रो का निर्माण किया है, जिससे किसान कम लागत में उन्नत खेती कर सकते हैं। छात्रों ने बैल चलित ट्रैक्टर का निर्माण किया है जिसकी वजह से डीजल के खर्चे से किसानों को निजात मिल सकेगी। फसलों को काटने व बीजों की बुवाई कटाई से लेकर सौर ऊर्जा से चलने वाला पम्प भी बनाया गया है। किसानों के लिए यंत्रो का निर्माण करने में अहम् भूमिका निभाने वाले अनंत चतुर्वेदी ने शनिवार को बताया कि किसानों की आय बढ़ाने की बातें तो खूब हो रही हैं पर उनकी कृषि लागत पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों की कृषि लागत बराबर बढ़ती जा रही है जिससे उन्हे उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है। इन यंत्रों के जरिये किसानों को लागत कम लगेगी और इसके लिए हम लोग बराबर प्रयासरत हैं। बताया कि खेती के विकल्प में कुछ यंत्रो का निर्माण किया गया है, यह यंत्र प्रदूषण रहित है और खेतों में जुताई से लेकर बुवाई, कटाई व मड़ाई सभी में काम आ सकेंगे। इस दौरान बिठूर से भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने प्रेस वार्ता में बताया कि कृषि के क्षेत्र में बहुत काम करने की जरुरत है और तकनीक के जरिये ही कृषि के क्षेत्र को समृद्ध बनाया जा सकता है।