रंगीन झालरों व दीप दान के बीच बच्चों ने मनाई दीपावली

- अमीर गरीब का फर्क मिटाकर त्योहारों को मनाने से मिलती खुशियां- आसिया



                                       बच्चों के साथ खड़ी प्रधानाचार्या आसिया फारूकी।  


फतेहपुर। त्योहारों की खुशियां सामाजिक समरसता को मजबूत करने के साथ ही सभी को एक सूत्र में बांधने का काम करती है। दीपावली पर्व की खुशियां गरीब परिवार तक पहुंचाने के लिये प्राथमिक विद्यालय अस्ती की प्रधानाचार्य आसिया फारूकी द्वारा बड़ी पहल करते हुए विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब परिवारों की छात्र छात्राओं व उनके अभिभावकों के बीच विद्यालय में दीप दान व रंगोली बनाकर दीपावली की खुशिया मनाई गई। दीपावली पर्व की पूर्व संध्या पर स्कूल में पढ़ने वाले होनहार छात्र छात्राओं व उनके अभिभावकों के साथ मिलकर प्रधानचार्य आसिया फारूकी द्वारा विद्यालय परिसर को रंग बिरंगी झालरों से सजाया गया। वही स्कूल परिसर को दीप जलाकर रोशन किया गया। साथ ही विद्यालय में पढ़ने वाले गरीब परिवार के बच्चों व उनके अभिभावकों को प्रधानाचार्य द्वारा तोहफे देकर दीपावली की शुभकामनाएं दी गयी। मन पसन्द गिफ्ट पाकर बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे तो वही अभिभावक भी पर्व पर उपहार पाकर खुशी से फूले नही समा रहे थे। राजकीय पुरस्कार प्राप्त प्रधानाचार्य आसिया फारूकी द्वारा राजकीय प्राथमिक विद्यालय में नियुक्ति मिलने के बाद से ही गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षित करने के लिये लगातार कार्य कर रही हैं। उनके प्रयासों के कारण जर्जर हालत में दिखाई देने वाला प्राथमिक विद्यालय अस्ती अब जनपद के आदर्श विद्यालयो में गिना जाने लगा है। जो अन्य स्कूलो के लिए रोल मॉडल है। जहाँ बच्चों को कान्वेंट स्कूलो की तर्ज पर न केवल पढ़ाया जाता है बल्कि उन्हें सामाजिक भागेदारी निभाने, स्वच्छ्ता, वृक्षारोपण अभियान से जुड़ने के लिये प्रेरित भी किया जाता है। प्रधानाचार्य द्वारा विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के साथ मिलकर स्कूल परिसर में ही सभी त्योहारों को मनाये जाने के साथ ही बच्चों में तोहफे भी बांटे जाते है। प्रधानाचार्य आसिया फारूकी ने बताया कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों में अधिकतर गरीब परिवारों से है। उनके द्वारा ऐसे परिवारो के बच्चों व उनके अभिभावकों के साथ साथ स्कूल में पढ़ने वाले अन्य सभी बच्चों को विद्यालय में एक साथ पर्व मनाया जाता है। इससे गरीब परिवार को पर्व की खुशिया मिल जाती है साथ ही त्यौहार पर अमीर गरीब के फर्क को मिटाकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया जाता है। इस मौके पर बड़ी संख्या में विद्यालय के छात्र छात्रायें एवं अभिभावक मौजूद रहे।