फसल बचाने के लिए नाला सफाई की उठायी आवाज 


कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करते ग्रामीण।  


फतेहपुर। मलवां थाना क्षेत्र के वाहिदपुर गांव में फैक्ट्री एरिया की पानी निकासी हेतु बनाये गये नालों की सफाई न होने से गांव की लगभग दो हजार बीघा धान की फसल जलमग्न हो गयी है। इसके अलावा धान व गेहूं की शेष फसल भी नष्ट होने को लेकर किसान बेहद चिन्तित हैं। फसलों को बचाने के लिए गांव के बाशिन्दों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर नालों की सफाई कराये जाने की मांग की है।
वाहिदपुर गांव के किसान फतेबहादुर पटेल के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिले और शिकायती पत्र सौंपा। जिसमें बताया गया कि गांव के उत्तर-पश्चिम तराई है। जहां पर सभी के खेत हैं। यहां पर चक्की व कुंवरपुर आदि अनेक गांवों का बरसाती पानी जमा हो गया है। यह भी बताया कि औद्योगिक क्षेत्र बरौरा मलवां के हड्डी मिल से जानिब उत्तर जीटी रोड व अल्लीपुर तक पक्का नाला निर्मित है। जिसमें फैक्ट्रियों का कचरा भरा हुआ है। सफाई न होने के चलते इन नालों का पानी फसलों को नुकसान पहुंचा रहा है। गांव में भी पानी घुस आया है। लगभग दो हजार बीघा धान की फसल जलमग्न हो चुकी है। यह भी बताया कि ग्यारह अक्टूबर को भी एक शिकायती पत्र दिया जा चुका है। लेकिन अभी तक नाला सफाई नहीं करायी गयी है। बाशिन्दों ने मांग की है कि नालों की अविलम्ब सफाई करायी जाये। ताकि किसानों के खेतों में खड़ी फसल को नुकसान न पहुंचे। फसलों का नुकसान होने पर किसानों के सामने भूखों मरने की स्थिति आ जायेगी। यह भी धमकी दी गयी है कि शीघ्र ही नाला सफाई की व्यवस्था न करायी गयी तो हाईवे जाम करने को मजबूर होना पड़ेगा। शिकायती पत्र देने वालों में रामपाल, रामकरण, अवधेश पटेल, दुर्गा, शिवमंगल पटेल, सुनील पटेल, रेखा देवी, माया, आशा देवी, फूलकुमारी, निर्मला, मुन्नी देवी, चुन्नी देवी आदि शामिल हैं।