मुजाहिदे आज़ादी शहीद अशफ़ाक़ उल्ला ख़ान की यौमे पैदाइश के मौके पर संगोष्ठी का आयोजन


कानपुर 22 अक्टूबर को ऑल इंडिया खान एसोसिएशन के तत्वधान में मुजाहिद ए आजादी शहीद अशफाक उल्ला खान की यौमे पैदाइश के मौके पर अकबर आजम मैरिज हाल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।  जिसमें अशफाक उल्ला खान को खराज ए अकीदत पेश की गई व उनके  द्वारा मुल्क हिंदुस्तान को आजाद कराने के लिए उनकी भूमिका की सराहना की गई ।देश पर अपनी जान निछावर करने वाले क्रांतिकारी  के जन्मदिन के मौके पर एसोसिएशन के लोगों ने संगोष्ठी करके उन्हें याद किया कार्यक्रम की अध्यक्षता शहर काजी कानपुर मौलाना मोहम्मद आलम रजा खान नूरी ने की। 


कार्यक्रम का संचालन कर रहे महामंत्री महबूब आलम खान ने बताया कि 22 अक्टूबर को महान क्रांतिकारी शहीद अशफाक उल्ला खान के जन्मदिन के मौके पर  उनको और उनके द्वारा दिए गए बलिदान को नहीं भुलाया जा सकता उन्होंने काकोरी काण्ड में अपने साथी राम प्रसाद बिस्मिल के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभायी थी। उनके इस कारनामे ने ब्रिटिश हुकूमत को हिला कर रख दिया था।  जिसके बाद ब्रिटिश शासन ने उनके ऊपर अभियोग चलाया और 19 दिसम्बर सन् 1927 को उन्हें फैजाबाद जेल में फाँसी पर लटका दिया उन्होंने हंसते हुए फांसी के फंदे को चूमा, अशफाक उल्लाह खान जैसी अजीम शख्सियत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 



सभा को संबोधित करते हुए शहर काजी कानपुर मौलाना मोहम्मद आलम रजा खान ने कहा कि अशफाक उल्ला खान जैसी अजीम शख्सियत के बारे में देश के हर एक नौजवान को पढ़ना चाहिए जिससे आप लोगों को मालूम हो सके की उन्होंने किस तरह से देश की आजादी के लिए अपनी जान निछावर कर दी और हम भारतीयों को आजाद मुल्क हिंदुस्तान में रहने बसने का अवसर प्रदान कराया।  हमें उन जैसे महान क्रांतिकारियों को नहीं भूलना चाहिए और उन्हें याद रखने के लिए बेहतरीन तरीका उनके जन्मदिन का दिन होता है कार्यक्रम में मुख्य रूप से शहर काजी कानपुर मौलाना आलम रजा खान नूरी महबूब आलम खान कारी अब्दुल मुख्तलिफ मुफ्ती हनीफ अखलाक अहमद डेविड नावेद खान इस्लाम खान आजाद शाहिद खान लालू साकिब अदीब फैसल अकबर इश्तियाक अहमद  मौलाना आरिफ कादरी काशिफ खान मोहम्मद सरताज आदि मौजूद थे।