केन्द्र पर समय से उपस्थितरहेंगी आंगनवाड़ी व सहायिका 


कन्नौज। आंगनवाड़ी केन्द्रों का मानक के अनुरूप निरीक्षण करते हुये सभी संबंधित अभिलेख केन्द्रों पर व्यवस्थित रखे जाये। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की उपस्थिति शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जाये। पोषाहार निर्धारित तिथि पर सभी लाभार्थियों को वितरित किया जाये।
यह निर्देश बुधवार को जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति बैठक की अध्यक्षता करते हुये संबंधित अधिकारियों को दिये। उन्होनें सभी सीडीपीओ को निर्देशित करते हुये कहा कि यदि किसी भी आंगनवाड़ी केन्द्र की कार्यकत्रीध्सहायिका निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पायी जाती है तो सीडीपीओ की जिम्मेदारी ठहराते हुये उनके खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। उन्होनें यह भी कहा कि निरीक्षण के दौरान जांच आख्या के अनुरूप कार्य नही हो रहा है यह अत्यन्त दयनीय स्थिति है। अतः मानक के अनुरूप सभी सीडीपीओ आंगनवाडी केन्द्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करते हुये आगामी बैठक में पूर्ण विवरण सहित उपस्थित होना सुनिश्चित करें। फर्जी आकड़े किसी भी दशा में प्रस्तुत न किये जाये। सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां एंव सहायिका समय से उपस्थित होकर पूर्ण समय तक आंगनवाडी केन्द्र में रहेगी।
        जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिये कि इस संबंध में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक भी निर्धारित एक माह के अन्दर सुनिश्चित करायी जाये। उन्होनंे कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों हेतु जिला पूर्ति अधिकारी एवं उपायुक्त मनरेगा को सूची उपलब्ध कराने के कड़े निर्देश देते हुये कहा कि कुपोषित तथा अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों के राशन कार्ड शत-प्रतिशत मुहैया कराये जाये। उन्होनें स्कूल के बच्चोंध् किशोरियों को पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा पर आयोजित सत्र के दौरान शिशुओं के टीकाकरण कराने के भी निर्देश दिये तथा किशोरियों के ब्लड टेस्ट के संबंध में भी आवश्यक जानकारी की, जिसे संबंधित अधिकारी द्वारा प्रस्तुत आकड़ांे के आधार पर उन्होनें सभी सीडीपीओ से अलग-अलग जानकारी की, जिसमें अन्तर पाये जाने पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुये कड़े निर्देश दिये कि फर्जी आकड़े किसी भी दशा में प्रस्तुत न किये जाये तथा इस संबंध में नियमित टीकाकरण, ब्लड टेस्ट, पोषाहार वितरण, आदि का विवरण अभिलेखों में स्पष्ट रूप से अंकन करते हुये आंगनवाडी केन्द्रों पर भी रखे जाये। इसके अतिरिक्त उन्होनें किशोरी दिवस, ममता दिवस, लाडली दिवस तथा गोद भराई दिवस के संबंध में भी जानकारी करते हुये आवश्यक निर्देश देते हुये कहा कि आईसीडीएस विभाग द्वारा सभी 0 से 3 वर्ष के बच्चों का त्रैमासिक वजन भी आगंनवाड़ी केन्द्रों पर किया जाये।
डीएम ने 0 से 5 वर्ष तक के अतिकुपोषितध्कुपोषित बच्चों का अनिवार्य रूप से प्रत्येक माह वजन करते हुये सूचना संकलित कर साफ्टवेयर में अकिंत किये जाने के भी निर्देश दिये। उन्होनें कहा कि सभी आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसों के दिन कुपोषितध्अतिकुपोषित बच्चों को सत्र स्थल तक लाकर उनकी स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से स्क्रिीनिंग भी नियमित रूप से करायी जाये तथा कुपोषितध्अतिकुपोषित बच्चों की सूची ब्लाक व जिला स्तर पर सभी विभागों के साथ सामंजस्य स्थापित कर ऐसे बच्चों को आवश्यक सेवायें भी प्राप्त करायी जाये। संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दे तथा नवजात शिशु का वनज भी सुनिश्चत किया जाये। उन्होनें ब्लाक कन्र्वजेंस एक्शन प्लान के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यों के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिये। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी आदि संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।