कानपुर में दीपावली की खुशियां हुई गमगीन : पति ने पत्नी की गला दबाकर हत्या के बाद की खुदकुशी
मां की मौत से बेखबर मासूम बच्चें शव से लिपटकर रहे सोते

कानपुर । उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में दीपावली एक परिवार की खुशियां गमगीन हो गया। यहां घाटमपुर भीतरगांव मैं पति ने पत्नी की हत्या के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। घटना की जानकारी पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम भेज दिया। माता-पिता की मौत से बेखबर बच्चे घर में सोते रहें। दीपावली से ठीक एक दिन पूर्व हुई घटना से पूरे गांव में ग्रामीण स्तब्ध है।



जिले के घाटमपुर थाना क्षेत्र स्थित भीतर गांव के बिरसिंहपुर गांव में रहने वाले पूर्व प्रधान विक्कू धनु का बेटा सूर्यपाल (28) परिवार के साथ रहता था परिवार में पत्नी पुष्पा (25), बेटा आर्यन (6) व बेटी काव्य (2) के साथ सूर्यपाल रहता था। इन दिनों सूर्यपाल इलाके में स्थित एक भट्टे पर काम करता था। उसका पत्नी से शुक्रवार को किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ। जिसके बाद वह देर रात शराब पीकर घर लौटा। इस बात को लेकर पति-पत्नी में फिर से विवाद हुआ और दोनों झगड़ा कर बच्चों के साथ सो गए। देर रात पति ने पत्नी की सोते समय गला दबाकर हत्या कर दी। पत्नी की हत्या के बाद पति उसकी साड़ी लेकर घर से निकल गया और गांव के बाहर रिन्द नदी के पास लगे आम के पेड़ से साड़ी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार को ग्रामीणों ने पेड़ से शव लटका देख पुलिस को सूचना दी। मृतक की शिनाख्त पर जब पुलिस व ग्रामीण घर पहुचे तो वहां पत्नी का शव पड़ा था। पास ही दोनों बच्चें घटना से बेखबर सो रहे थे। पति-पत्नी की मौत की जानकारी मिलते ही घाटमपुर क्षेत्राधिकारी रवि कुमार सिंह, इंस्पेक्टर आरबी सिंह समेत पुलिस फोर्स पहुचा और शवों को कब्जे में लेकर घटना की छानबीन की। 

पति-पत्नी की मौत की घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण प्रदुमन सिंह ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में यह बात सामने निकल कर आ रही है कि पति ने पत्नी की हत्या के बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पूछताछ में यह भी पता चला है कि मृतक सूर्यपाल को मिर्गी की शिकायत के साथ ही मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती थी। इससे पति-पत्नी में झगड़ा भी हो जाता था। देर रात भी दोनों में कुछ ऐसा ही हुआ था, जिससे नाराजगी के चलते पति ने पत्नी की हत्या के बाद खुदकुशी कर ली है। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेजते हुए आगे की कार्यवाही की जा रही है। 

दीपावली से पूर्व अनाथ हो गए बच्चे

बिरसिंहपुर गांव में पति-पत्नी के मौत की घटना ने ग्रामीणों को स्तब्ध कर दिया है। ग्रामीण दोनों की मौत के बाद उनके बच्चों को लेकर काफी परेशान है। ग्रामीणों का कहना है कि अब तो मासूस आर्यन व काव्या का लालन-पालन कैसे होगा। उधर घटना से बेखबर बच्चे घर में आराम से सोते रहें। उन्हें तो यह भी नहीं पता कि वो अनाथ हो चुके हैं। घटना से मृतक के परिवार में दीपावली की खुशियां मातम में बदल गई हैं। वहीं गांव में भी ग्रामीण गमजदा हैं।