शताब्दी ट्रेन को रोक रेलवे यूनियन ने निगमीकरण का किया विरोध

कानपुर । नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन के नेता रेलवे के निगमीकरण को लेकर लगातार विरोध कर रहे हैं। गुरूवार को कानपुर सेन्ट्रल स्टेशन पर लखनऊ से दिल्ली जाने वाली शताब्दी ट्रेन जैसे ही प्लेटफार्म पर पहुंची वैसे ही पहले से मौजूद यूनियन के नेता ट्रेन के इंजन पर चढ़ गए। यूनियन के नेता और कर्मचारियों ने रेलवे के निगमीकरण के खिलाफ केंद्र सरकार विरोधी नारे लगाए।
  नार्थ सेन्ट्रल रेलवे मेन्स यूनियन के मंडल अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बताया कि 16 से 19 सितम्बर तक रेलवे के निगमीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया है। उन्होंने बताया कि विधायक और सांसद को पेंशन दी जा रही है जबकि यूनियन के लोगों को पेंशन नहीं दी जा रही है। केंद्र सरकार ने एक और फैसला लिया है कि 30 साल नौकरी या 55 साल उम्र जो पहले हो उस रेल कर्मचारी को बाहर कर दिया जाय। केंद्र सरकार के इन सब फैसलों के खिलाफ शताब्दी ट्रेन को रोककर विरोध किया गया है। इसके बाद भी अगर सरकार नहीं चेती तो सप्ताह भर का विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। बताया कि यूनियन की केन्द्र सरकार से 22 सूत्रीय मांगे हैं। हम लोग कर्मचारियों के हितों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो कभी भी अनिश्चित कालीन हड़ताल करके रेल का चक्का जाम किया जाएगा।