करिश्मा ठाकुर को नहीं रोक पायी पुलिस, काली पट्टी बांधकर पहुंची सीएम की जनसभा

- प्रशासन के उड़े होश, आनन-फानन में महिला पुलिस ने सभा स्थल से किया बाहर




कानपुर । मुख्यमंत्री के शहर आगमन को लेकर एलआईयू से लेकर पूरा जिला प्रशासन चौकन्ना रहा और सपाइयों सहित कांग्रेसियों को भी नजरबंद कर दिया। इसके बावजूद तमाम सुरक्षा के दावों को धता बताते हुए गोविन्द नगर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार व डीयू की पूर्व महासचिव करिश्मा ठाकुर काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री की जनसभा तक पहुंच गयी। मुख्यमंत्री का विरोध देख आलाधिकारियों के होश उड़ गये और आनन-फानन में महिला पुलिस ने उसे पकड़कर जनसभा स्थल से बाहर किया। 
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोमवार को शहर के शास्त्री नगर स्थित सेन्ट्रल पार्क में जनसभा बीते एक सप्ताह से तय थी। जिसको लेकर कांग्रेस और सपा के नेता जनता से जुड़े तमाम मुद्दों को लेकर काले झण्डे दिखाकर विरोध की तैयारी में थे। इसकी जानकारी एलआईयू को गयी थी और प्रशासन ने कड़े इंतजामात कर सभी प्रमुख नेताओं को नजरबंद कर दिया। लेकिन गोविन्द नगर विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार करिश्मा ठाकुर पर किसी की नजर नहीं गयी और इसी के चलते वह काली पट्टी बांधकर मुख्यमंत्री की जनसभा तक पहुंचने में सफल हो गयी। हालांकि मुख्यमंत्री का विरोध देख प्रशासन के हाथ पाव फूल गये और उसे तत्काल सभा स्थल से बाहर कर दिया। इस दौरान पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करिश्मा ठाकुर सभा स्थल से कुछ दूर पर जमीन पर लेट गयी और महिला पुलिस हिरासत में लेने के लिए संघर्ष करती रही। 
करिश्मा ठाकुर सोमवार को काली पट्टी बांधकर समर्थकों के साथ मुख्यमंत्री की जनसभा की भीड़ में पहुंच गईं। इस बात की जानकारी पुलिस अफसरों को हुई तो होश उड़ गए। माथे पर काली पट्टी बांधकर कांग्रेस प्रत्याशी करिश्मा ने श्रमिक कालोनियों की समस्याओं के निस्तारण की मांग शुरू कर दी। महिला पुलिस उन्हें जबरन उठाकर सभा स्थल से दूर ले गई। करिश्मा के इस तरह से सभा स्थल पर पहुंचने से खुफिया तंत्र और सुरक्षा इंतजाम पर सवाल हो गए हैं।
प्रदेश में बेतहाशा बढ़ी हुई विद्युत मूल्यवृद्धि तथा नया मोटर अधिनियम का विरोध करते हुए सोमवार को कांग्रेसियों ने शहर के मरियमपुर चौराहे पर जमकर प्रदर्शन किया। शहर आए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काली पट्टी बांधकर विरोध किया और काले झंडे भी दिखाए। कांग्रेसियों ने मुख्यमंत्री के आगमन पर जमकर नारेबाजी की और मूल्य वृद्धि को वापस लिए जाने की मांग करने के साथ ही मोटर अधिनियम को निरस्त किए जाने की भी मांग की। विरोध प्रदर्शन कर रह, कांग्रेसियों की पुलिस से जमकर झड़प होने के साथ ही धक्कामुक्की भी हुई। बाद में पुलिस कांग्रेसियो को चारों ओर से घेरकर उनकी गिरफ्तारी कर ली। नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के साथ-साथ सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और पुलिस लाइन भेजा।
इस दौरान गोविंद नगर विधानसभा प्रत्याशी करिश्मा ठाकुर ने कहा कि सरकार द्वारा विद्युत मूल्यों में की गई मूल्यवृद्धि से आम जनता की कमर टूट गई है। आए दिन होने वाले फाल्ट से बिजली तो मिलती नहीं है। लेकिन बिल चार गुना से ज्यादा देना पड़ता है। जिससे आम आदमी के साथ ही उद्यमी व व्यापारी भी परेशान हैं। भाजपा की सरकार से हर वर्ग के लोग परेशान हैं। लेकिन सरकार के तानाशाही रवैया के चलते कोई कुछ भी कह पाने में अपने आप को सक्षम नहीं महसूस कर रहा है।