हज़रत मखदूम शाह सफी दरगाह पर उर्स की शुरुआत



उन्नाव। देशभर में प्रसिद्ध बुधवार महफ़िल ईद मिलादुन्नबी से हुई। जिसमें मौलाना उबैदुल्लाह आज़मी ने खास ख़िताब फ़रमाया। 496वें उर्स में शिरकत करने मुल्क भर की खानकाहों से 50 से ज़्यादा सज्जादानशीन सफीपुर पहुचेंगे।

जबकि जायरीनों का सफीपुर पहुचना शुरू हो गया है। उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए उर्स कमेटी और जिला प्रशासन ने तैयारियां की है।


दरगाह के सज्जादा अफ़ज़ाल मोहम्मद फ़ारूक़ी ने बताया उर्स की शुरुआत बुधवार रात महफ़िल मीलाद से हुई। गुरुवार सुबह मज़ार शरीफ़ का ग़ुस्ल होगा। इस रस्म में पूरे दरगाह परिसर को इत्र और गुलाबजल से धोकर पाक साफ किया जाता है। रात में इशा की नमाज़ गागर व महफ़िल ए समा और सुबह 3.30 पर पहला कुल शरीफ़ होगा। शुक्रवार को दोपहर में क़व्वाली और शाम 6 बजे मखदूम शाह सफी का कुल शरीफ़ होगा। बुधवार सुबह दरगाह के सभी खिदमतगारों की बैठक आयोजित हुई जिसमें सभी को उर्स की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई।

अफ़ज़ाल फ़ारूक़ी ने बताया इस बार उर्स में देश भर की खानकाहों के 50 से अधिक सज्जादा शिरक़त करेंगे जिनमें अजमेर शरीफ़ दरगाह के नायब दीवान नसीरुद्दीन चिश्ती, हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया दिल्ली के नायब सज्जादानशीन फ़रीद निज़ामी, हज़रत मखदूम शेख़ सारंग मझगवां शरीफ से सैय्यद आसिफ़ अली शाह, हज़रत कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी दिल्ली के सज्जादानशीन जियाउर्रहमान नियाज़ी, बदायूं से बिरादरे असग़र शहीदे बग़दाद अक़ीफुल हक़ क़ादरी, काज़ी शहर लखनऊ मुफ़्ती अबुल इरफ़ान मियां फ़िरंगीं महल, नय्यर मिया रुदौली, ज़िया मिया काकोरी, शोएब मियां खैराबाद सहित मुल्क के तमाम शहरों से बड़ी संख्या में लोग उर्स में शिरकत करने आएंगे। इनके अलावा बाहरी मुल्कों से भी बड़ी संख्या में ज़ायरीन उर्स में शरीक़ होने आते है। उर्स की शुरुआत के पूर्व दरगाह को आकर्षक लाइटो से सजाया गया है। वहीं मेला परिसर में दुकानों और मनोरजंन के साधन झूला आदि खड़े हो गए है।