भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए न्यायपालिका दे सकता निर्देश

- प्रसंगिकता एक विमर्श पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित



गुरसहायगंज (कन्नौज)। व्याप्त बुराइयां एवं राजनीतिक भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए न्याय पालिका विशेष दिशा निर्देश जारी कर सकता है। न्याय पालिका की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। मंडल कमीशन पिछड़ों के लिए एक वरदान है।
यह बात सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह ने प्रसंगिकता एक विमर्श पर राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान कही। बताया कि सामाजिक न्याय तभी सार्थक हो सकता है जब भेदभाव रहित शिक्षा व्यवस्था के लिए विश्वविद्यालय स्तर पर नियुक्तियों में भेदभाव न किया जाए। बताया कि सामाजिक न्याय का सरेाकार कुछ जाति विशेष से नहीं है। सामाजिक न्याय का स्वरूप व्यापक है और इसे लागू करने के लिए सभी समाजों को आगे बढ़ाने वाले बुद्धिजीवियों में दिखाई देनी चाहिए। इस दौरान लोक चेतना शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष शीशपाल यादव, प्रोफेसर रवि कांत, माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर परशुराम पाल, प्रधानाचार्य प्रबल प्रताप सिंह यादव, विनय श्रीवास्तव, अमन सिददीकी, आमिर सिददीकी, सुनील दोहरे, महेन्द्र सिंह यादव, सुरेन्द्र यादव, शिवकांत, विमलेन्द्र कुशवाहा, विनोद कुशवाहा, सर्वजीत आर्य आदि मौजूद रहे।