अतीत ही नहीं बल्कि देश का भविष्य भी है महात्मा गांधी 


गुरसहायगंज (कन्नौज)। वर्तमान समय में गांधी के सादा जीवन उच्च विचार को आत्मसात करने की महती आवश्यकता है। महात्मा गांधी अतीत ही नहीं भविष्य भी है और वर्तमान समय में भी उनका अहिंसा परमो धर्म विश्व शांति के लिए सार्थक व प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता को विश्व शांति और सद्भावना के लिए भविष्य में भी सदैव याद किया जाता रहेगा। गांधी ने अहिंसा का संदेश दिया। सत्याग्रह के बल पर देश को आजादी दिलाई। 
यह बात सोमवार को समधन देहात के प्राथमिक विद्यालय लालपुर में 'मुझमें है गांधी' के कार्यक्रम पर शपथ ग्रहण व निबंध प्रतियोगिता के दौरान शिक्षक उमेश कुमार ने बच्चों को जागरूक करते हुए कही। उन्होने महात्मा गांधी के बताए आदर्शो को जीवन में उतारने का संकल्प दिलाया गया। स्वच्छता श्रमदान अभियान चलाकर प्लास्टिक कूड़े को जमा किया जाएगा। छात्रों को प्लास्टिक कचरे से होने वाले नुकसान और निपटारे के बारे में बताया जाएगा। श्रमदान कार्यक्रम स्कूल परिसर के साथ-साथ अन्य गाँव में भी चलाया जाएगा। स्वच्छता व पर्यावरण के प्रति जागरूकता और युवाओं में श्रम के प्रति सम्मान व श्रमदान की भावना को बढ़ाना है। बच्चों को मुझमें है गांधी की शपथ की शमथ दिलाई गई। शपथ के दौरान बच्चों को बताया कि मुझ में है गांधी प्रतिज्ञा लेता/लेती हूं और में बापू द्वारा बताए गये आदर्शो का ईमानदारी पूर्वक अपने जीवन में पालन करूँगा/करूँगी। इस दौरान सहायक अध्यापक रंजीत सिंह, सहायक अध्यापिका आकाक्षा गुप्ता, अपूर्वा सागर सहित समस्त बच्चे मौजूद रहे।