यतीम-गरीब-मासूम बच्चों को फल-चाकलेट-जूस व बिस्कुट का वितरण

कानपुर 19 अक्टूबर पैगम्बर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की यौम ए विलादत माह का चाँद निकलने के साथ ही मोहम्मदी यूथ ग्रुप के प्रोग्रामों की कड़ी के अंतिम दिन ईद मिलादुन्नबी पर पैगाम ए मोहब्बत, हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल जुलूस ए मोहम्मदी न निकलने की मायूसी सिर्फ़ मुसलमानों मे ही नही सभी मज़हबों के मानने वालों में दिखी मोहम्मदी यूथ ग्रुप ने आज ईद मिलादुन्नबी पर जूही टायर मंडी स्लम एरिया में गरीब-बेसाहारा बच्चों को फल चाकलेट-जूस बिस्कुट बांटकर आवाम को भी ऐसे मासूम बच्चों के चेहरे पर चमक खुशी लाने वाले कामों को करने का पैगाम दिया।

मोहम्मदी यूथ ग्रुप के ओहदेदारान स्लम एरियों में से एक जूही टायर मंडी पहुंचे जहां पूरी दुनियां मे मानवता की सीख देने, समाज में फैली बुराइयों को दूर करने, गरीबों-मज़लूमों के मददगार रसूलो के सुल्तान पैगंबर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की यौम ए विलादत (जन्मदिन) पर गरीब-बेसाहारा यतीम बच्चों को फल चाकलेट, जूस बिस्कुट-बिस्कुट बांटकर यतीमों, गरीबों, बेसहारों बच्चों को खुशी देने के पैगाम को आम किया।

ग्रुप के अध्यक्ष इखलाक अहमद डेविड ने कहा ये वो नबी हैं जिनके सदके में हमें दीन और दुनिया की सारी नियामत मिलीं। ये उन्हीं का सदका था जिससे एक बिगड़ा हुआ समाज पवित्रता में बदल गया। उन्होंने भाईचारगी का उपदेश दिया, इंसाफ की तालीम दी, बेटियों को उनका हक दिलाया, पड़ोसियों से अच्छा सलूक करने की सीख दी, ऊंच-नीच और भेदभाव को मिटाकर खुशहाल समाज का निर्माण किया। आज ज़रुरत इस बात की है कि पैगम्बरे इस्लाम की शिक्षा पर अमल करें और अगली पीढ़ी को इसकी जानकारी दें कुरान को पढ़ने के साथ उसमें बताई बातो का पालन कर अपनी ज़िन्दगी इस्लाम के सांचे में ढाल लें तो सुकून, अमन, इंसाफ और मोहब्बत का बोलबाला होगा। 

प्रोग्राम मे मुख्य रुप से इखलाक अहमद डेविड, शफाअत हुसैन डब्बू, हाजी गौस रब्बानी, अबरार अहमद, मोहम्मद हफीज़, परवेज़ आलम, एजाज़ हुसैन, अयाज़ अहमद चिश्ती, अफज़ाल अहमद, डा० जिशान अंसारी, शाहरुख खान, अबुल हसन, डा० वकारुल इस्लाम, अयाज काजी आदि लोग मौजूद थे।