इताअते रसूल ही दरे हक़ीक़त मोहब्बते रसूल है:मुफ्ती काजिम ओवैसी

तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम जुही लाल कालोनी मे दर्से हदीस का जलसा हुआ 



कानपुर:पैगम्बरे इस्लाम मोहसिने इन्सानियत से बेइन्तिहा मोहब्बत कमाले ईमान की दलील है खुद रसूले खुदा का फरमान है तुम मे से कोई उस वक़्त तक मोमिन  (कामिल ईमान वाला)नही हो सकता जब तक मै उसके नज़दीक उसके बाप और औलाद और तमाम (जहान के) लोगो से ज्यादा महबूब न हो जाऊँ इन ख्यालात का इज़हार मदरसा तालीमुल क़ुरआन अहले सुन्नत मस्जिद 22 ब्लाक जुही लाल कालोनी मे हुए जलसे मे मदरसा के उस्ताद व तन्ज़ीम के जनरल सेक्रेट्री मुफ्ती काजिम रजा ओवैसी ने किया तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम हफ्तावारी हुए दर्से हदीस की सरपरस्ती तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने की मुफ्ती काजिम ओवैसी ने आगे कहा कि याद रखे मोहब्बते रसूल के कुछ तक़ाज़े है जिन्हे पूरा करना एक सच्चे पक्के वफादार की पहचान यही है कि उसकी जिन्दगी का हर लम्हा महबूबे दो जहाँ की हसीन यादों से रोशन व मुनव्वर रहता है उसके दिल की धड़कन महबूब पे सौ जान से कुर्बान होने के लिए बेचैन व करार रहती है वफादारे उम्मती का हर उठने वाला कदम सुन्नते रसूल की रोशनी मे होता है सहाबा किराम ताबईन औलिया की जिंदगी के हर लमहात इत्तिबाए कुरान व सुन्नत की पेश बहा बरकतो से आज पूरे जहाँ को इश्को इरफान की खुश्बू से मुअत्तर व मुश्कबार बना रहे है आज वक़्त का अहम तकाज़ा है कि हम अल्लाह के नबी की सीरते तय्यिबा के नूर को अपनी बेरौनक जिन्दगियो मे लाकर खुद को और अपने इर्द-गिर्द माहौल को रोशनो ताबनाक बनाएं मोहब्बत की जुबानी दावो से बाज़ आकर इत्तिबाए रसूल को अपना शियार बनाकर हकीकी मोहब्बत का सुबूत पेश करें अपनी जान माल आल व औलाद पे सबसे बड़ा हक़ अल्लाह के नबी का तस्लीम करें  इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरान पाक से हाफिज मोहम्मद ओवैस ने किया और कौसैन रजा ने नात व मनकबद पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ फिर शीरनी तकसीम हुई इस मौके पर इज़हार बरकाती,अजीम बरकाती,अब्दुर्रहमान,अब्दुर्रज्ज़ाक हाफिज अकबर ओवैसी आदि लोग मौजूद थे!