कानपुर। पाकिस्तान के खिलाफ हुई कारगिल जंग के नायक रहे शहीद मेजर सलमान खान के पिता की तबीयत बिगडऩे के बाद कोरेाना काल में उन्हें चिकित्सकीय सलाह नहीं मिल सकी। सात मई को बेटे की बरसी की वजह से बीमार पिता याद कर रहे थे, जिससे तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। तब मेजर सलमान के भाई इकरार अहमद खान ने बेकनगंज में सपा पार्षद दल के नेता हाजी सुहेल अहमद और चमनगंज के पार्षद राशिद महमूद उर्फ शिब्बू अंसारी को फोन किया।
इस बात की जानकारी चमनगंज के फिजीशियन एमडी डॉ. तनवीर अहमद से बताई। रात दिन मरीजों की सेवा कर रहे डॉ. तनवीर ने रात सवा तीन बजे मेजर सलमान के किदवई नगर चौराहा स्थित उनके घर पहुंचे। वहां उनका इलज किया। डॉ. तनवीर ने बताया कि जो लाल देश के लिए शहीद हो गया हो, उनके पिता को डॉक्टरी सलाह देना और इलाज करना गर्व की बात है। शिब्बू अंसारी ने बताया कि डॉ. तनवीर इस वक्त मरीजों के लिए किसी मसीहा से कम नहीं है। जब नॉन कोविड मरीजों को भी छूने को तैयार नहीं है तो डॉ. तनवीर दिन-रात सेवा में लगे हैं। आधी रात उनके साथ मनामा अस्पताल के संचालक नौशाद मनामा भी साथ रहे।v