नरसिंहानंद पर कार्यवाही में देरी देश की कानून व्यवस्था के लिए खतरा : मोहम्मदी यूथ ग्रुप


कानपुर - मानवता की सीख देने के लिए धरती पर जन्म लेने वाले पैगम्बर ए इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) के बारे में डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने  अमर्यादित-भ्रामक बाते कर उनकी शान मे गुस्ताखी की मोहम्मदी यूथ ग्रुप निरंतर नरसिंहानंद पर कानूनी कार्यवाही के लिए जद्दोजहद कर रहा है उसी कड़ी में मोहम्मदी यूथ ग्रुप की नरसिंहानंद के खिलाफ एक मीटिंग चमनगंज में हुई जिसकी अध्यक्षता इखलाक अहमद डेविड ने की मीटिंग में गरीब नवाज़ अजमेर शरीफ दरबार के गद्दीनशीन सैय्यद मोइनुद्दीन चिश्ती ने शिरकत की।

मीटिंग में वक्ताओं ने कहा देशभर में नरसिंहानंद पर सख्त कार्यवाही की मांग पर देश व प्रदेश की खामोश रहकर करोड़ों लोगो का गुस्सा बढ़ाने का कार्य कर रही है। नरसिंहानंद ने मुस्लिम समाज के परम प्रिय शांति दूत के नाम से विश्वविख्यात पैगंबर मुहम्मद सल्लल्लाहो अलैही वसल्लम का अपमान किया उसने मुस्लिम वर्ग विशेष की धार्मिक भावनाओं का अपमान कर गंगा जमुनी तहजीब वाले देश को सांप्रदायिकता की आग में झोंकने, दंगा भड़काने का षडयंत्र किया है जो गंभीर अपराध है। नरसिंहानन्द के खिलाफ पूर्व में भी 2005 में गाजियाबाद पुलिस स्टेशन कवि नगर, 2010 गाजियाबाद पुलिस स्टेशन मसूरी, 2014 पुलिस स्टेशन निवाड़ी में भी अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।
किसी भी धर्म-आस्था का अपमान करने की भारतीय संविधान इजाज़त नही देता ब्लकि ऐसा करने वाले के खिलाफ कड़ी सज़ा देने का प्रावधान है फिर भी वह खुले आम घूमकर संविधान का मज़ाक बना रहा है जो देश की कानून व्यवस्था के खिलाफ खतरा है। नरसिंहानंद व उसके द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित अन्य लोगों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 120बी, 295, 295ए, 505, 153ए व भारतीय साक्ष्य अधिनियम की धारा 67एके अंतर्गत एफआईआर दर्ज करने ऐसे लोगों पर कार्यवाही करना न्याय हित व देश की शांति के लिए अति आवश्यक बताते हुए नरसिंहानंद पर रासुका लगाकर गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग देश के गृहमंत्री व उ०प्र० पुलिस महानिदेशक से की व पत्र भी स्पीड पोस्ट, ईमेल व ट्विटर के माध्यम से भेजे गये। 
मीटिंग के बाद मुल्क में अमनो अमान व कोरोना वायरस से हिफाज़त करने, मुल्क के अमन के दुशमनों पर कुदरत का कहर नाज़िल करने की दुआ हुई।
विरोधी मीटिंग में इखलाक अहमद डेविड, सैय्यद मोईनुद्दीन चिश्ती गद्दीनशीन अजमेर शरीफ, हाफिज़ मोहम्मद माज़ हसन, हाफिज़ मोहम्मद शोएब, हाफिज़ मोहम्मद मोहनिश, हाफिज़ मोहम्मद कफील हुसैन, अयाज़ अहमद चिश्ती, हाफिज़ शाहनिहाल, हाफिज़ मोहम्मद अहद, हाफिज़ शाज़ेब अहमद, हाजी असगर अली, हाजी अब्दुल करीम, हाजी अब्दुल खालिक, फाज़िल चिश्ती, हाफिज़ आदिल इरफान, मोहम्मद सईद, मोहम्मद अनवर, मोहम्मद मुख्तार, शकील अहमद, मोहम्मद इश्तियाक, सलीम अहमद, अब्दुल हफीज़, अलीमुद्दीन, मोहम्मद शरीफ, फैज़ अज़ीज़ी, मुन्ना, एजाज़ रशीद, मोहम्मद अनीस, नूर आलम, उबैद चिशती, अफज़ाल अहमद आदि लोग मौजूद थे।