शहीद दिवस के अवसर पर सीओडी फुल का शहीद सेतु नाम रख कर किया नामकरण


कानपुर,शहीद दिवस के अवसर सीओडी फुल का नामकरण मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्य राकेश मिश्रा द्वारा शहीद सेतु नाम रख कर के किया गया।प्रशासन द्वारा सतर्कता बरतते हुए आज राकेश मिश्रा के घर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था परंतु कृत संकल्पित मिश्रा ने पुलिस प्रशासन को गच्चा देकर सीओडी पुल का नामकरण कर दिया। कार्यकर्ताओं द्वारा भगत सिंह सुखदेव राजगुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई एवं भगत सिंह अमर रहे, सुखदेव अमर रहे, राजगुरु अमर रहे, इंकलाब जिंदाबाद के जोरदार नारे लगाए गए।

राकेश मिश्रा ने कहा कि निकम्मी सरकारों ने इन क्रांतिकारियों को शहीद का दर्जा न दिला पाई तो भारत रत्न मिलना तो बहुत दूर की कौड़ी है। हम लोग  वोट देकर पांच साल के लिए सरकार चुन लेते हैं और चुने हुए लोग सदन में पहुंच कर जनता की समस्याओं व प्रत्यावेदओं को भूल जाते हैं एवं जनता के पास मोबाइल जैसा कोई माध्यम नहीं है इन राजनेताओं को वापस बुलाया जा सके। प्रधानमंत्री रहते हुए स्वर्गीय इंदिरा गांधी एवं स्वर्गीय राजीव गांधी ने स्वयं से भारत रत्न ले लिया, मायावती ने मुख्यमंत्री रहते हुए स्वयं की मूर्तियां लगा ली एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सामने सरदार पटेल स्टेडियम का नाम परिवर्तित कर नरेंद्र मोदी स्टेडियम रख दिया गया। इसलिए आने वाली पीढ़ियां शहीद भगत सिंह को भूल जाए , मायरा फाउंडेशन ट्रस्ट के सदस्यों ने अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए इस सेतु का नाम शहीद सेतु रखकर, शहीदों के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करने का प्रयास किया है। मिश्रा द्वारा आगे बताया गया कि उनके द्वारा पूर्व में नगर निगम को प्रस्ताव प्रेषित किया गया था परंतु नगर निगम द्वारा उस पर कोई निर्णय ना लेकर प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डाल दिया। उनके द्वारा आगे कहा गया कि नगर निगम व नगर आयुक्त में शहीदों के प्रति तनिक भी सम्मान हो तो वह परेड चौराहे का नामकरण शहीद भगत सिंह के नाम हो चुका है उस चौराहे पर शहीद भगत सिंह की भव्य प्रतिमा लगाकर कानपुर की जनता पर उपकार करने का कष्ट करें। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शामिल रहे। राकेश मिश्रा सतीश रघुवंशी, मुन्ना बाबू ,आयुष पाठक, शारिक मिर्जा, सरदार इंदरजीत सिंह, पंकज यादव, विकास यादव इत्यादि!