नुबुव्वत के दसवें साल रजब की 27 वीं रात में मेराज हुई: मौलाना हाशिम अशरफी


कानपुर, मेराज पैगम्बरे इस्लाम का बड़ा मोजज़ा है यह इंसानी समझ से परे है मेराज में अल्लाह ने पैगम्बरे इस्लाम को आसमानों की सैर कराई अपना दीदार कराया और क़यामत तक होने वाली तमाम चीज़ों की खबर दी  ऐलाने नुबुव्वत के दसवें साल रजब की 27 वीं रात में मेराज हुई उक्त विचारों को आल इंडिया गरीब नवाज़ कौंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हजरत मौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना ने जश्ने मेराजुन्नबी के प्रोग्राम को संबोधित करते हुए हाथीपुर महाराज पुर  में सरकारी गाइड लाइन के अनुसार व्यक्त किये मौलाना अशरफ़ी ने कहा कि मेराज की रात में अल्लाह ने पैगम्बरे इस्लाम को नमाज़ का तोहफा दिया लोगों को चाहिए कि इस तोहफे की कद्र करें और नमाज़ की पाबंदी करें इसी से दुनिया और आखिरत की भलाई है | मो.हसीन और मो.मुबीन ने उलमा का हार फूल से शनदार इस्तिक्बाल किया इस से पूर्व जश्न की शुरूआत कुरान ए पाक की तिलावत से कारी मो. आज़ाद अशरफ़ी ने किया | खुर्शीद आलम,कारी मो.अहमद अशरफ़ी,मौलाना अफज़ल हुसैन,मुज़म्मिल ने हम्द व नात व मन्क़बत पेश किये संचालन हाफिज मो.नियाज़ अशरफ़ी ने किया सलातो सलाम और कोरोना से निजात और हिन्दुस्तान समेत आलमे इस्लाम के अमनो अमान के लिए दुआ की गयीं तबर्रुक तकसीम किया गया प्रमुख रूप से मौलाना शब्बीर आलम,हाफिज तुफैल,चाँद बाबु,मो. सगीर  आदि उपस्तिथ थे!