गोल्डी मसाले को फोर्ब्स पत्रिका में मिला स्थान


कानपुर। शहर की गोल्डी मसाले कम्पनी को अमेरिका की प्रतिष्ठित फोर्ब्स पत्रिका ने गोल्डी मसाले के स्वाद को अपने फरवरी अंक में स्थान दिया है। भारतीय रसोई की शान कहे जाने वाले गोल्डी मसाले का स्वाद इस कदर छाया हुआ है कि इसके बिना गृहणियों की रसोई अधूरी सी लगती है। उस पर गोल्डी मसाले का स्लोगन' जहाँ जाए रिश्ते बनाये' सोने पे सुहागा का काम कर रहा है। फोर्ब्स पत्रिका ने गोल्डी मसाले को इसके स्वाद, अपनापन, टर्नओवर एवं राजस्व के कारण स्थान दिया है। फोर्ब्स पत्रिका में स्थान पाने वाली शहर की यह पहली कम्पनी है जो शहर के लिये गौरव की बात है।वर्ष 1980 में स्थापित हुई यह कम्पनी अब वट वृक्ष बन गई है। गोल्डी मसाले का स्वाद कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक श्री सोम प्रकाश गोयनका और सुरेन्द्र कुमार गुप्ता की दोस्ती की मिसाल है उनकी 55 साल की दोस्ती और 40 साल के व्यवसाय ने दुनियाभर में गोल्डी मसालों का परचम लहराया है। इसके संस्थापक निदेशक वसंत लाल गोयनका एवं रामचन्द्र गुप्ता है। कम्पनी के युवा व ऊर्जावान निदेशक आकाश गोयनका, सुदीप गोयनका एवं शुभम गुप्ता की दूरदृष्टि, लगन, कड़ी मेहनत अपने वरिष्ठजनों के निर्देशन में कारोबार बढ़ा रहे हैं। वर्तमान समय में गोल्डी समूह की दादा नगर एवं मन्धना में दो दर्जन उत्पादन इकाइयां है। इसमें हर तरह के सब्जी मसाले, धूप, अगरबत्ती, चाय, ग्रीन टी, शरबत, नूडल्स, अचार, पापड़, सॉस, जैम, पूजा सामग्री, गुलाब इत्यादि का उत्पादन होता है। देश के साथ-साथ विदेशों में भी गोल्डी मसालों की बहुत अधिक मांग है। कम्पनी के प्रबन्ध निदेशक श्री सोम गोयनका का कहना है कि हमेशा ईमानदारी से मिलकर काम किया। यह मुकाम पाना बहुत आसान नहीं था हम सभी के सहयोग से आगे बढ़ रहे हैं। कम्पनी समाज सेवा के क्षेत्र में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है। फोर्ब्स पत्रिका में उन हस्तियों को शामिल किया जाता है जिन्होंने अपने उद्यमों के माध्यम से दुनियाभर में करोड़ों लोगों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है । अपने उत्पादों से उनके जीवन में बदलाव लाकर उनके चेहरे पर खुशियां बिखेरी हैं।