जिन्दगी की पहली ईद जिसकी खुशी किसी को नही:हाफिज़ फ़ैसल जाफ़री
कानपुर:तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से इस बार दो महीने के अन्दर पाँच वक्तों की नमाज़ के अलावा 8 जुमा,अलविदा जुमा व ईद की नमाज़ से मस्जिदें खाली रही जिसका बहुत अफसोस है जिन्दगी की पहली ईद होगी जिसकी खुशी किसी को नही फिर भी हम सबको अपने रब का शुक्र अदा करना है वह चाहे जिस हाल मे रखे ऐसा कभी नही सोचा था कि ऐसे भी दिन देखने पड़ेगे लाँकडाउन की वजह से लाखो लोग बेरोज़गार हो गए जिनके पास पैसा जमा था वह भी धीरे धीरे खत्म हो गया लोग घर का ज़रूरी सामान खरीदने को मजबूर हैं ऐसे मौक़े पर शहर कानपुर के लोगो ने दिल खोलकर गरीब वर्ग (वह चाहे जिस धर्म से हो) के लोगो की मदद की कच्चा राशन,पक्का हुआ खाना,ईद किट के साथ हर तरह से बेसहरा लोगो तक पहुँचाया जिसमे एम एम ए जौहर फैन्स एसोसिएशन, मोहम्मदी यूथ ग्रुप समेत शहर की सैकड़ों तन्ज़ीमें शामिल हैं जिनके मिम्बरान ने रात दिन मेहनत करके हर तरह से यह नेक काम मे हिस्सा लिया जिसके लिए यह सबके सब लाईक़े मुबारकबाद है और इस बार लोगो ने यह भी फैसला लिया कि ऐसे हालात पर ईद के दिन हम लोग  नए कपड़े न पहनकर पुराने कपड़े से ही काम चलाकर शुक्राना नमाज़ अदा करेंगे और गरीबों की मदद करेंगे पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया जो लोग परेशान लोगो की मदद करता है उसको बेशुमार नेकियां मिलती है  और रमज़ान मे तो ऐसे भी एक के बदले सत्तर नेकियाँ मिलती हैं हाफिज़ फ़ैसल जाफरी ने लोगो से अपील की है कि ईद के दिन लोग अपने अपने घरों मे नमाज़े शुक्राना अदा करने के बाद अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त की बारगाह मे रो रोकर दुआ करें ऐ परवरदिगार अपने प्यारे महबूब के सदक़े हमारे गुनाहों को माफ फरमा हमारी परेशनियों को दूर फरमा हमको रमज़ानुल मुबारक की बहारें फिर से नसीब फरमा कोरोना जैसी वबा से पूरी दुनिया के लोगो की हिफाज़त फरमा हमारे रिज़्क मे बरकतें अता फरमा हम लोगो को एक दूसरे के प्रति मोहब्बत करने की तौफीक अता फ़रमा आमीन!