गौशालाओं में भी नहीं हो रही पशुओं की देखरेख

- सडक किनारे मृत मिल रहे निराश्रित गौवंश।


 


गुरसहायगंज (कन्नौज)। नगर व क्षेत्र में बनी गौशाला लॉक डाउन के दौरान सफेद हाथी साबित हो रही है। वही जिम्मेदारों के ढुलमुल रवैया के कारण सैकड़ों गोवंश भूख प्यास से व्याकुल होकर सड़कों के किनारे घूम रहे हैं और उनकी मौत हो रही है। जबकि आसपास के ग्रामों में निराश्रित पशु फसलों को नुकसान भी पहुंचा रहे हैं। शासन की ओर से स्थापित गौशालाओं का संचालन कागजों पर होता नजर आ रहा है। जिम्मेदारों की अनदेखी व लापरवाही के कारण निराश्रित पशुओं की मौत जारी है।


इसी प्रकार कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अनौगी स्थित गौशाला में 194 निराश्रित पशु है। जिनके लिये पर्याप्त टीन शेड नहीं हैं। ऐसे में धूप और गर्मी के कारण मवेशी न सिर्फ बीमार पड़ रहे, बल्कि दम भी तोड़ रहे हैं। यहां पिछले एक सप्ताह से खुले आसमान के नीचे पड़ी गाय घुट-घुट कर दम तोड़ रही है। मामले को लेकर गौशाला के केयर टेकरों ने बताया कि गाय बीमार चल रही हैं। जिनकीे देखने के लिए पशु चिकित्सक आते है। कई गाय पिछले एक सप्ताह से बीमार हैं और कुछ गायों की मौत हो चुकीं हैं। मामले में सचिव विनीत का कहना है कि गौशाला में भूसा तो पर्याप्त हैं, लेकिन कुछ मवेशी बीमार हैं। जबकि ग्रामीणों ने प्रधान पर अनदेखी का आरोप लगाया है। जबकि नगर सहित आसपास के क्षेत्र में बनी अस्थाई गौशाला सफेद हाथी साबित हो रही है। पूर्वी बाईपास हाइवे किनारे एक गोवंश की दर्दनाक मौत हो गई। जिसके बाद कोई भी जिम्मेदार उसकी सुध लेने नहीं गया।