सरकार गौस-ए-आज़म रजि की विलादत पर तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत की जानिब से नियाज़ पेश
कानपुर 25 अप्रैल:वलियों के सरदार शहंशाहे बग़दाद पीरान-ए-पीर दस्तगीर सरकार गौस-ए-आज़म शेख मुहीउद्दीन अब्दुल क़ादिर जीलानी रजि अल्लाहु अन्हु की यौमे विलादत (पैदाईश) पर तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए- अहले सुन्नत की जानिब से चमनगंज मे सोशल डिस्टेंसिग के साथ नियाज़ पेश की गई इस मौक़े पर तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने सरकार गौसे आज़म रजि अल्लाहु अन्हु की विलादत का जिक्र करते हुए कहा कि हज़रत शेख शहाबुद्दीन सोहरवर्दी रजि अल्लाहु अन्हु से मन्क़ूल है कि सरकार गौस-ए-आज़म शेख अब्दुल क़ादिर जीलानी रजि अल्लाहो अन्हु की विलादत (पैदाईश) के वक्त ग़ैब से पाँच करामातो का ज़हूर हुआ (1) शबे विलादत आपके वालिद सय्यद अबु सालेह रजि अल्लाहु अन्हु ने ख्वाब मे देखा कि नबी करीम सल्लललाहो अलैहे वसल्लम तशरीफ लाए और इरशाद फरमाया ऐ अबु सालेह अल्लाह तआला ने तुझे वह फरज़न्द (बेटा) अता किया है जो मेरा महबूब है और अल्लाह का महबूब है और तमाम औलिया मे व अक़ताब मे इसका मर्तबा बुलन्द है (2) जब आपकी विलादत हुई तो आपके शाने मुबारक पर पैगम्बरे इस्लाम के क़दम मुबारक पर नक्श शरीफ मौजूद था जो कि आपके एक अज़ीम वली होने की दलील है (3) आपके वालदैन को अल्लाह ने ख्वाब मे बशारत दी जो लड़का तुम्हारो यहॉ पैदा हुआ है वह वलियों का सरदार होगा (4) आपकी विलादत की शब सूबे जीलान मे तक़रीबन 1100 लड़के पैदा हुए जो सबके सब विलायत के मर्तबे पर फाईज़ हुए और उस रात तमाम जीलान के इलाक़े मे कोई लड़की पैदा नही हुई(5) आपकी विलादत 470 हिजरी मे रमज़ानुल मुबारक के महीने की चॉदरात को हुई दिन के वक्त आप दूध नही पीते हॉ अफ्तार से लेकर सहरी तक अपनी वालिदा का दूध पीते गौसे आज़म ने दूध पीने मे भी रमज़ान का रोज़ा रखा करते थे यह करामत जीलान के आस पास बहुत मशहूर हो गई कि सादाद के यहॉ एक ऐसा बेटा पैदा हुआ है जो रमज़ान शरीफ मे रोज़ा रखता है गौसे आज़म ने बचपने के आलम मे रोज़ा रखकर हमे यह दर्स दिया कि मेरा सच्चा गुलाम वही है जो कि रमज़ान शरीफ के रोज़े का एहतिराम करे और शरीयत व सुन्नत की पाबंदी करे  इस मौक़े पर फातिहा ख्वानी हुई और शीरनी तक़सीम की गई इस मौक़े पर हाफिज़ मोहम्मद इरफान,हयात ज़फर हाशमी,ज़मीर खान,मोहम्मद मोईन जाफ़री आदि लोग मौजूद थे!