मानवता की तार-तार करने वाला वीडियो सामने आने पर पुलिस ने शुरु की जांच
कानपुर । कोरोना जैसी महामारी से आज पूरा देश मिलकर लड़ रहा है। इस बीच नासमझ और पॉवर में चूर कुछ लोग इस समय भी असहायों के साथ दुर्व्यवहार करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही मामला जनपद के चकेरी थानाक्षेत्र में मंगलवार को सामने आया। जिसमें मानवता को ताख पर रखते हुए कुछ लोग खुद को एस-10, सिविल डिफेंस का मेंबर बताते हुए एक मानसिक रूप से कमजोर अधेड़ को रस्सी से बांधकर पीटते नजर आ रहे हैं। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। पुलिस ने इस मामले में जांच के बाद कार्यवाही करने की बात कही है।
जब भी देश मे कोई संकट आता है तो सब मिलकर इससे लड़ते हैं और उस संकट से जीत हांसिल करते हैं। आज देश कोरोना जैसी महामारी से लड़ रहा है जिसको जितना आसान नही है और उससे जीतने के लिए एकजुट होना बहुत जरूरी है। देश के प्रधानमंत्री खुद इस मुहिम के बढ़चढ़कर आंगे आये हैं और इसको जितने के लिए हर सम्भव कदम उठा रहे हैं। मानवता के चलते उन्होंने 21 दिनों के लॉक डाउन को भी आसान बना दिया है। सभी लोगों को पूरी तरह खाद्य सामग्री उपलब्ध हो रही है। वहीं कुछ आज ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने अपनी मानवता को तार तार कर दिया है। ऐसा ही कुछ मामला जनपद के चकेरी थानाक्षेत्र के तिवारीपुर के पास का आया है।जहां एक अधेड उम्र के विछिप्त व्यक्ति को गलियों मे घूमते देखा गया तो वहां के लोगों में पुलिस को सूचना दी। लोगों को उस व्यक्ति से कोरोना के भय से सता रहा था।
सूचना पर पुलिस तो नही पहुंची उससे पहले ही वहां पर खुद को एस 10 का मेंबर बताने वाले कुछ सिविल डिफेंस के लोग पहुंच गये। मौके पर पहुंच कर उन्होंने म तो पुलिस का इंतजार किया और न ही स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। बुजुर्ग को देखते ही बुरी तरह से पीटने लगे। उसको रस्सी से बांध दिया और नग्न अवस्था में ही उसे पहले जमकर पीटा और घसीटते हुए गलियों से रोड तक ले आए। कुछ देर बाद मौके पर पहूंची पुलिस ने विछिप्त वक्ति को लोडर मे लाद कर जाजमऊ चौकी ले गई।
कौन है सिविल डिफेंस और एस-10 के लोग
सिविल डिफेंस एक संस्था है जो जरूरत पड़ने पर लोगों की मदद करती है। इस वक़्त हर चौराहे पर आपको सिविल डिफेंस के लोग मिल जाएंगे। वहीं एस 10 नाम के जो लोग हैं उनको पुलिस द्वारा मोहल्ले और चौकी इलाके के सम्भ्रांत लोगों को बनाया गया है। यह वह लोग होते हैं जो मौका पड़ने पर पुलिस की मदद करते हैं पर इनके पास कोई कानूनी अधिकार नही हैं। सिविल डिफेंस के ही बहुत से लोग एस 10 भी बना दिये गए हैं। एस 10 का गठन पुलिस ने उन संभ्रांत लोगों को बनाने के लिए जो अपने इलाके में पकड़ रखते हैं और किसी समय पुलिस की मदद कर सकते हों। इस दौरान एस 10 में बहुत से ऐसे भी लोग है को इसके काबिल नही हैं और इसमे शामिल हैं वो लोग खुद को पुलिस का पावर समझकर उसका दुरुपयोग करते नजर आते हैं।
एस-10 और सिविल डिफेंस के लोग मानवता को कर रहे तार-तार
लगातार पुलिस अधिकारीयों के पास एस 10 के लोगों की शिकायतें आ रही है। इन लोगों के द्वारा आम जनता को परेशान किया जा रहा है। चकेरी में हुई इस घटना ने मानवता को तार तार करने का काम किया है। सीओ कैंट आर.के. चतुर्वेदी ने मामले को लेकर बताया कि सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति घरों में घुसने का प्रयास कर रहा है और सभी जगह वाहनों पर थूक रहा है। जिस पर वहां के कुछ लोगों उसकी पिटाई कर दी है। जांच करवाई जा रही है। मामले में जांच के बाद विक्षिप्त को मारपीट मामले में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की जा रही है।
कानपुर में सिविल डिफेंस और एस-10 कर्मियों बुजुर्ग को रस्सी से बांध डंडों से पीटा