कानपुर में न्यूरो साइंस सेंटर भी बना कोविड-19 हॉस्पिटल, बेड दूर-दूर लगाने के निर्देश
कानपुर में कोरोना वायरस के संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन ने तैयारियां तेज कर दी हैं और पूरे एहतियात बरतने के निर्देश भी दिए हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में कोराना संक्रमण की जांच के लिए मशीन आने के साथ ही हैलट में अब 100-100 बेड के दो डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार किए जाएंगे। इसमें एक न्यूरो साइंस सेंटर और दूसरा मेटरनिटी विंग में बनेगा। न्यूरो साइंस सेंटर के हॉस्पिटल में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं और उपकरण लगाए जाएंगे। शासन से आदेश मिलते ही हैलट के प्रमुख अधीक्षक ने कवायद शुरू कर दी है।

 

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना और प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा बैठक की। इसके लिए कलेक्ट्रेट में जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. आरती लाल चंदानी और हैलट के प्रमुख अधीक्षक प्रो. आरके मौर्या मौजूद रहे। प्रो. मौर्य ने बताया कि प्रमुख सचिव ने सबसे पहले कोविड-19 हॉस्पिटल में बेड की संख्या पूछी तो उन्हें बताया गया कि कोविड-19 हॉस्पिटल में 200 बेड हैं। इस पर उन्होंने कहा कि 100 बेड के अस्पताल में 200 बेड कैसे लगे हैं। बेडों की दूरी का पूरा ख्याल रखिए। अगर कोई और बिल्डिंग है तो 100 बेड के दो डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल तैयार करा दीजिए। नजदीक स्थित न्यूरोसाइंस सेंटर का जिक्र करते ही उसे फाइनल कर दिया। इसके लिए जरूरी संसाधन व सुविधाएं मुहैया कराने के तत्काल निर्देश दिए।

अभी कोविड-19 आइसीयू में 20 वेंटीलेटर हैं। प्रमुख सचिव ने कहा कि 20 वेंटीलेटर की डिमांड तत्काल भेजिए। शासन से आपको उपलब्ध कराए जाएंगे।

सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि लॉकडाउन अवधि में यदि किसी को स्वास्थ्य से संबंधित समस्या है और आप अस्पताल नहीं पहुंच पा रहे हैं तो फोन करें। तत्काल समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही कंट्रोल रूम नंबर पर फोन कर जरूरी परामर्श भी ले सकते हैं। यह कंट्रोल रूम उर्सला अस्पताल में स्थापित किया गया है। विशेषज्ञ डॉक्टर 24 घंटे सलाह देंगे।