कानपुर में मदरसा छात्र सहित तीन और मिले कोरोना पॉजिटिव, संख्या हुई 23

कानपुर । दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित हुई तब्लीगी जमात में शामिल हुए कई लोग कानपुर भी पहुंच गये हैं। जिनमें आठ विदेशी भी हैं। इन 85 लोगों के सैंपल लेकर अलग-अलग समय पर जांच करायी गयी तो दो विदेशी सहित नौ जमाती सदस्य की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी। इसके बाद हरकत में आया जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इनके संपर्क में आये लोगों को पकड-पकड़कर क्वारंटाइन किया गया और जांच भी समय-समय पर होती रही। गुरुवार को भी इन जमातियों के संपर्क में आया एक और मदरसा छात्र कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके साथ ही कोरोना पॉजिटिव मृतक रेडीमेड कारोबारी के दो परिजनों में कोरोना की पुष्टि हुई है। ऐसे में अब कानपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 23 जा पहुंची, हालांकि पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक भी हो गया और एक की मौत के बाद अभी भी 21 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जनपद में 23 लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने से प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मची हुई है।
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बीच बीते दिनों तेलंगाना से आई एक खबर से हड़कंप मच गया था। वहां छह लोगों की मौत हो गई थी। पड़ताल में पता चला था कि ये सभी दिल्ली में हुए एक बड़े धार्मिक जलसे में शामिल होने के बाद घर लौटे थे। यह जलसा था तब्लीगी जमात का जो दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में आयोजित किया गया था। इसके बाद से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है और हर जनपद का जिला प्रशासन सूची एकत्र कर रहा है कि जनपद से कितने लोग तब्लीगी जमात में शामिल हुए हैं। कानपुर जिला प्रशासन भी जनपद में ऐसे लोगों की सूची बनाकर उनकी जांच कराना शुरु कर दिया। इनमें आठ विदेशी भी हैं।

191 लोगों की करायी गयी जांच
प्रशासन की ओर से अब तक जमातियों और उनके संपर्क में आये 191 लोगों की अलग-अलग समय में जांच करायी गयी, जिनमें गुरुवार तक जनपद में कोरोना पॉजिटिव सदस्यों की संख्या 23 तक पहुंच गयी। इनमें नौ तब्लीगी जमाती सदस्य और 13 उनके संपर्क में आये और एक अमेरिका से आया बुजुर्ग है। हालांकि अमेरिका से आया बुजुर्ग 15 दिनों के इलाज के बाद सही हो गया और वह घर चला गया। वहीं तब्लीगी जमाती के संपर्क में आये अरशद नाम के व्यक्ति की मौत हो गयी। जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को आयी और कोरोना पॉजिटिव पाया गया।

कानपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 23
कानपुर में कोरोना वायरस से पहली मौत को लेकर मची हलचल के बाद गुरुवार को तीन और लोगों में इस घातक संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उनमें एक बिहार का रहने वाला मदरसा छात्र भी है जो शहर में रहकर पढ़ रहा था। इसी मदरसा से बिहार के रहने वाले आठ छात्र पहले भी कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे। दो उन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है जो एक कोरोना पॉजिटिव मृतक के परिजन हैं। इन सभी को हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। तीन और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में हलचल और तेज हो गई है। वहीं, कानपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी उछलकर 23 पर पहुंच गया है।
 
बिहार के रहने वाले हैं मदरसा छात्र
बताया जाता है कि नौबस्ता के मछरिया स्थित मदरसा शेख हिदायतउल्ला में बिहार के कटिहार के 17 छात्र ठहरे हुए थे। पिछले दिनों जानकारी मिलने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन छात्रों को मदरसे से हटाकर नारायणा मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन पर रखा था। इन सभी छात्रों के नमूनों की जांच  जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 लैब में करायी गई थी। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अभी तक नौ मदरसा छात्रों में कोरोना की पुष्टि हुई है।


दो और कोरोना संदिग्धों की हुई मौत
कानपुर में कोरोना संदिग्धों की मौत का सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। गुरुवार को हैलट अस्पताल के न्यूरो कोविड-19 आईसीयू में दो और कोरोना संदिग्ध मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक नौ साल की बच्ची भी शामिल है। वहीं, अब तक कोविड-19 में मरने वाले 13 लोगों में आठ में कोरोना की पुष्टि नहीं हुई है, अभी पांच मृतकों की रिपोर्ट आनी शेष है। बताया जाता है कि गडरिया मोहाल की नौ साल की बच्ची की हालत काफी गंभीर थी। तेज बुखार के साथ सांस उखड़ने पर परिजन उसे देर रात गंभीर स्थिति में हैलट लाए थे। बच्ची की स्क्रीनिंग के बाद डॉक्टरों ने आईसीयू में उसे भर्ती कर इलाज शुरू किया, लेकिन सुबह चार बजे उसकी मौत हो गई है। वहीं, दिल्ली से आए एक अधेड़ को रात में यहां भर्ती कराया गया था। लक्ष्मीपुरवा के इस अधेड़ की भी सुबह मौत हो गई। दोनों मृतकों के सैम्पल जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोरोना लैब भेजे गए हैं। हैलट के प्रमुख अधीक्षक डॉ. आरके मौर्या ने बताया कि रात में दो मरीज गंभीर स्थिति में आए थे। दोनों रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस में आए थे, एक में निमोकोनियोसिस हो गई थी। दोनों कोविड-19 आईसीयू में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिये। प्रोटोकॉल अपनाते हुए शवों का अंतिम संस्कार मेडिकल टीम की देखरेख में कराया गया।

दो महिलाओं में भी लक्षण
वहीं, पिछले दिनों जिस युवक में कोरोना वायरस पॉजीटिव मिला था, उसके यहां एक गर्भवती महिला और बच्ची में भी कोरोना जैसे लक्षण मिले हैं। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि इन दोनों के सैंपल कराएंगे। गर्भवती मां की सुरक्षित डिलीवरी कैसे हो, इसकी भी व्यवस्था की जाएगी।

घाटमपुर में लिए गये सैंपल
इसी तरह सीएमओ की टीम घाटमपुर पहुंची। यहां पर 45 लोगों को चिंहित किया गया है। सीएमओ डॉ. एके शुक्ल ने बताया कि यहां पर सभी लोगों के सैंपल लिए गए हैं। इसके अलावा अपोलो हॉस्पीटल, चुन्नीगंज में अभी 18 लोग क्वारंटाइन पर हैं. उनके भी लक्षणों के आधार पर सैंपल लिए जाएंगे।


मेडिकल अफसर समेत 14 संदिग्धों के लिए नमूने
नोडल अफसर डॉ. सुबोध प्रकाश के मुताबिक हॉट स्पॉट में शामिल कुली बाजार क्षेत्र से आठ, चुन्नीगंज स्थित निजी अस्पताल में दम तोड़ने वाली महिला के बांसमंडी क्षेत्र के तीन स्वजन, मछरिया क्षेत्र से एक यानी कुल 12 संदिग्धों का नमूना लिया गया है। इसके अलावा उर्सला स्थित स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम के दो मेडिकल ऑफिसर के भी नमूने जांच के लिए गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कॉलेज से संबद्ध लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) के कोविड-19 लैब भेजे गए हैं।