कानपुर में जमातियों से जुड़े आठ मदरसा छात्र कोरोना पॉजिटिव, संख्या हुई बीस
- नौ कोरोना पॉजिटिव हैं तब्लीगी सदस्य, दिल्ली से आये थे सभी सदस्य
- एक की हो चुकी है मौत, एक मरीज हुआ सही और अब बचे 1

 

कानपुर। दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में आयोजित हुई तब्लीगी जमात में शामिल हुए कई लोग कानपुर भी पहुंच गये हैं। जिनमें आठ विदेशी भी हैं। इन 85 लोगों के सैंपल लेकर अलग-अलग समय पर जांच करायी गयी तो दो विदेशी सहित नौ जमाती सदस्य की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी। इसके बाद हरकत में आया जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इनके संपर्क में आये लोगों को पकड-पकड़कर क्वारंटाइन किया गया और जांच भी समय-समय पर होती रही। मंगलवार को भी इन जमातियों के संपर्क में आये नौ लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गये, जिनमें एक की मौत एक दिन पहले सोमवार को गयी थी। इनमें आठ मदरसा के छात्र भी है, यह सभी छात्र जमातियों के संपर्क में थे। ऐसे में अब कानपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 20 जा पहुंची, हालांकि पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक भी हो गया और एक की मौत के बाद अभी भी 18 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जनपद में बीस लोगों में कोरोना पॉजिटिव पाये जाने से प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मची हुई है।


कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए देश में लागू किए गए लॉकडाउन के बीच बीते दिनों तेलंगाना से आई एक खबर से हड़कंप मच गया था। वहां छह लोगों की मौत हो गई थी। पड़ताल में पता चला था कि ये सभी दिल्ली में हुए एक बड़े धार्मिक जलसे में शामिल होने के बाद घर लौटे थे। यह जलसा था तब्लीगी जमात का जो दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में स्थित मरकज में आयोजित किया गया था। इसके बाद से पूरे देश में हड़कंप मचा हुआ है और हर जनपद का जिला प्रशासन सूची एकत्र कर रहा है कि जनपद से कितने लोग तब्लीगी जमात में शामिल हुए हैं। कानपुर जिला प्रशासन भी जनपद में ऐसे लोगों की सूची बनाकर उनकी जांच कराना शुरु कर दिया। इनमें आठ विदेशी भी हैं।

161 लोगों की करायी गयी जांच
प्रशासन की ओर से अब तक जमातियों और उनके संपर्क में आये 161 लोगों की अलग-अलग समय में जांच करायी गयी, जिनमें मंगलवार सुबह तक जनपद में कोरोना पॉजिटिव सदस्यों की संख्या 12 तक पहुंच गयी। इनमें नौ तब्लीगी जमाती सदस्य और दो उनके संपर्क में आये और एक अमेरिका से आया बुजुर्ग है। हालांकि अमेरिका से आया बुजुर्ग 15 दिनों के इलाज के बाद सही हो गया और वह घर चला गया। वहीं सोमवार को तब्लीगी जमाती के संपर्क में आये युवक अरशद की मौत हो गयी, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को आयी और कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद फिर एक जांच रिपोर्ट आयी जिसमें जमातियों के संपर्क में आये आठ मदरसा छात्र भी कोरोना पॉजिटिव पाये गयें।  

कानपुर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई बीस
कानपुर में कोरोना वायरस से पहली मौत को लेकर मची हलचल के बीच अब आठ और लोगों में इस घातक संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिन लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, यह सभी मदरसा छात्र वर्तमान में नारायणा मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन बताए जा रहे हैं। यह छात्र नौबस्ता के मछरिया स्थित मदरसे में रह रहे थे। आठ छात्रों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अफसरों में हलचल और तेज हो गई है। वहीं, कानपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा भी उछलकर 20 पर पहुंच गया है।
 
बिहार के रहने वाले हैं मदरसा छात्र
बताया जाता है कि नौबस्ता के मछरिया स्थित मदरसा शेख हिदायतउल्ला में बिहार के कटिहार के 17 छात्र ठहरे हुए थे। पिछले दिनों जानकारी मिलने पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन छात्रों को मदरसे से हटाकर नारायणा मेडिकल कॉलेज में क्वारंटाइन पर रखा था। दो दिन पहले ही इन छात्रों के नमूने लिए गए थे। इन सभी छात्रों के नमूनों की जांच सोमवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई कोविड-19 लैब में करायी गई थी। बताया जाता है कि देर रात जब इन छात्रों की रिपोर्ट आयीं, तो उसमें कुछ संदेह पैदा हुआ. इस पर 12 नमूनों की जांच दोबारा करायी गई तो आठ छात्र कोरोना पॉजिटिव पाये गयें।

प्रधानाचार्या का कहना
बताते चलें कि अभी तक कोरोना मरीजों की जांच लखनऊ भेजी जाती थी पर अब कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेमोरियल (जीएसवीएम) मेडिकल कालेज से संबद्ध हैलट अस्पताल में इसकी जांच शुरु हो गयी। मंगलवार को जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की कोविड-19 लैब से जब जांच रिपोर्ट आयी, तो इसमें से आठ छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आरती लाल चंदानी ने बताया कि 43 नमूनों की जांच की गई, उसमें से आठ छात्रों की रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है। इसकी जानकारी उन्होंने डीएम और सीएमओ को दे दी है। उन्होंने बताया कि शाम तक जांचों की संख्या 100 तक पहुंच जाएगी। वहीं, अब आठ मदरसा छात्रों को क्वारंटाइन सेंटर से कोविड-19 हॉस्पिटल लाने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में सीएमओ से जानकारी करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा।

इन इलाकों से पकड़े गये जमाती
जानकारी के अनुसार इन जमातियों को बाबूपुरवा मस्जिद, कैंट के गोलाघाट, नौबस्ता के मछरिया मस्जिद और सजेती क्षेत्र के बरीपाल गांव की बड़ी मस्जिद से पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकज में शामिल होने तब्लीगी जमात के लोगों की तलाश शुरु होने के बाद शहर में भी 31 मार्च की रात कैंट के गोलाघाट, बाबूपुरवा से जमाती पकड़े गए थे। दूसरे दिन मछरिया, घाटमपुर के सजेती, बरीपाल, ग्वालटोली और शास्त्री नगर क्षेत्र से कुल 88 लोगों को पकड़कर क्वारंटाइन किया गया था। इसमें जमाती और उनके संपर्क में आए लोग शामिल हैं। इसके बाद कर्नलगंज, नौबस्ता आदि जगहों से जमातियों के संपर्क में आये लोगों को पकड़कर क्वारंटाइन किया गया और उनकी जांच करायी गयी। अलग-अलग इलाकों से पकड़े गये कुल 161 लोगों में अब 20 लोग कोराना पॉजिटिव हो चुके हैं। जिनमें कुछ को हैलट कोविड-19 हॉस्पिटल तो कुछ को नारायणा मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है।

इन पर दर्ज है मुकदमा
दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके आयोजित हुई तबलीगी जमात में शामिल हुए आठ विदेशी कानपुर पहुंच गये हैं। इन सभी के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अधीक्षक दक्षिण अर्पणा गुप्ता ने बताया कि खुफिया जानकारी पर आठ विदेशियों को पकड़ा गया है। इन सभी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन मामले में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। बताया पकड़े गये विदेशियों के नाम इस प्रकार हैं। ईरान के रहने वाले इब्राहिम फौलादी, अब्दुल रहीम मजदनी, यूनुस रेगी, अफगानिस्तान के रहने वाले महमूद शाह हसैनी, शब्बीर अब्दुल रहीम, जरीन जायजान मोहम्मद, बारातरहमदुल्लाह, यूके के रहने वाले दाऊद अयूब इस्माइल हैं।