कानपुर : कोरोना ग्रसित जमातियों से तंग हुआ अस्पताल, कर रहें हैं अभद्रता




कानपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर कोरोना संक्रमित व कोरोना पॉजिटिव पाये गये मरीजों का तन्मयता से डाक्टर इलाज कर रहे हैं। इसी क्रम में कानपुर के भी डाक्टर समर्पण भाव से जुटे हैं, पर हैलट के कोविड 19 हॉस्पिटल में भर्ती दिल्ली से आये छह कोरोना पॉजिटिव जमाती अस्पताल के लिए मुसीबत बन गये हैं। यह लोग अस्पताल के स्टॉफ से अभद्रता कर रहे हैं, मना करने पर उनके ऊपर थूक देते हैं। यही नहीं महिला स्टॉफ से अश्लीलता के इशारे करते हैं और सही से कपड़े भी नहीं पहनते हैं। जिससे पूरा स्टॉफ परेशान हो चुका है और प्रधानाचार्या से शिकायत की। प्रधानाचार्या ने वीडियो जारी कर स्टॉफ का दर्द बयां किया और ऐसा न करने की अपील की।
 
तेलंगाना में छह जमातियों की मौत के बाद पूरे देशभर में दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल जमातियों को खोजने का सिलसिला शुरु हो गया है। कानपुर नगर प्रशासन भी ऐसे जमातियों को पकड़ रहा है और अब तक 31 जमातियों को पकड़ा जा चुका है। जिसमें दो अफगानिस्तानी सहित छह जमाती कोरोना पॉजिटिव पाये गये और इन्हे गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज से संबद्ध लाला लाजपत राय अस्पताल (हैलट) के कोविड 19 हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों की टीम इनकी बेहतर देखभाल के साथ इलाज कर रही है पर यह लोग अस्पताल के स्टॉफ से ही अभद्रता पर उतारु हो गये हैं। इनकी अभद्रता से स्टॉफ इस कदर परेशान हो गया है कि प्रधानाचार्या डा. आरती लाल दवे चंदानी से लिखित शिकायत कर इलाज न करने की भी धमकी दे डाली। जिस पर प्रधानाचार्या ने स्टॉफ को समझाया और फिर से इनकी देखरेख में टीम जुट गयी। वहीं जमातियों के इस व्यवहार से प्रधानाचार्या भी आहत हो उठीं और वीडियो जारी कर डाक्टरों व स्टॉफ का दर्द बयां किया। प्रधानाचार्या ने बताया कि जमाती अलग-अलग रहना नहीं चाहते जबकि कोरोना में दूरी बनाना बहुत जरुरी है। जब इन्हे अलग रहने को कहा जाता है तो डाक्टरों पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं और बाहर जाने की जिद करने लगते हैं। महिला स्टॉफ को देख अश्लील गाना गाते हैं और उनको अश्लीलता का इशारा करते हैं। बीडी सिगरेट आदि की मांग करते हैं, शांत रहने की बात पर डाक्टरों के ऊपर थूक देते हैं। इस तरह के घ्रणित कार्य से स्टॉफ पूरी तरह से परेशान हो चुका है, इसके बावजूद सेवा धर्म का हवाला देकर उन्हे फिर से भेज दिया गया है और जिम्मेदारी से स्टॉफ काम कर रहा है, लेकिन मेरी अपील है कि ऐसा घ्रणित कार्य न किया जाये जिससे स्टॉफ का मनोबल गिरे। प्रधानाचार्या ने कहा कि इस समय देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है और इससे निपटने के लिए सभी लोग लॉकडाउन का पालन करें। इसके साथ ही जो भी कोरोना पॉजिटिव मरीज अस्पताल पहुंचे वह स्टॉफ के साथ बर्ताव अच्छा रखें जिससे इस लड़ाई में जुटे योद्धाओं का उत्साहवर्धन होता रहे और इस महामारी को देश से खत्म किया जा सके।

दर्ज हो सकता है मुकदमा
अस्पताल में भर्ती जमातियों ने जिस तरह से अस्पताल के स्टॉफ को परेशान कर रखा है और प्रधानाचार्या तक शिकायत पहुंच गयी है। उससे यह संभावना जतायी जा रही है अगर दोबारा ऐसी हरकत जमातियों द्वारा की गयी तो मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। हालांकि अभी प्रधानाचार्या सेवा धर्म की मानवता की दुहाई देकर स्टॉफ को मनाने में सफल रहीं। सूत्रों का कहना है कि जिन स्टॉफ के साथ जमातियों ने अभद्रता की है वह मुकदमा दर्ज कराने के पक्ष में हैं।